क्या 'पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना' से धमतरी के लोकेश का बिजली बिल हुआ शून्य?

सारांश
Key Takeaways
- सरकारी सब्सिडी से सौर पैनल लगाना लाभकारी है।
- बिजली बिल में राहत पाने का आसान तरीका।
- पर्यावरण की सुरक्षा में योगदान।
- आर्थिक रूप से सशक्त होना।
- नेट मीटरिंग से अतिरिक्त आय की संभावना।
धमतरी, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र सरकार विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन कर रही है। इनमें से एक है ‘पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’, जिसका उद्देश्य नागरिकों को सस्ती और स्थायी ऊर्जा उपलब्ध कराना है। धमतरी जिले में इस योजना का लाभ उठाकर लोग भारी बिजली के बिलों से राहत पा रहे हैं।
इस योजना का लाभ उठाने वाले लोकेश कुमार साहू का बिजली का बिल अब शून्य हो गया है। वह अब आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं। ‘पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ से उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है। इस बदलाव के लिए उन्होंने पीएम मोदी का दिल से धन्यवाद किया है।
वास्तव में, ऊर्जा संरक्षण और आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना एक वरदान सिद्ध हो रही है। इस योजना ने न केवल लोगों को महंगे बिजली के बिलों से मुक्त किया है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दिया है।
हितग्राही लोकेश कुमार साहू ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने अपने घर की छत पर दो किलोवॉट का सौर पैनल लगवाया है, जिससे अब उनका बिजली बिल शून्य हो गया है। उन्हें केंद्र सरकार से 60 हजार और राज्य सरकार से 30 हजार रुपए की सब्सिडी मिली है, जिससे उन्हें काफी राहत मिली है।
लोकेश ने बताया कि पहले सोलर पैनल नहीं होने पर उनका मासिक बिजली बिल एक हजार से 1200 रुपए तक आता था, लेकिन अब यह पूरी तरह से शून्य हो गया है। इतना ही नहीं, संयंत्र से उत्पन्न अतिरिक्त बिजली नेट मीटरिंग के माध्यम से ग्रिड में भेजी जा रही है, जिससे उन्हें अतिरिक्त आय की संभावना बनी हुई है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद कहा है।