क्या अभिनेता धर्मेंद्र का निधन भारतीय सिनेमा के लिए एक बड़ी क्षति है?
सारांश
Key Takeaways
- धर्मेंद्र का निधन भारतीय सिनेमा के लिए महान क्षति है।
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनके योगदान को सराहा।
- धर्मेंद्र का करियर छह दशकों से अधिक चला।
- उनके फिल्मी किरदारों ने कई भावनाओं को जगाया।
- विभिन्न नेताओं ने उनके निधन पर संवेदनाएं व्यक्त की।
नई दिल्ली, 24 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता धर्मेंद्र के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने इसे भारतीय सिनेमा के लिए एक महान क्षति बताया। ही-मैन के नाम से मशहूर धर्मेंद्र का निधन 89 वर्ष की आयु में हुआ। उनका अंतिम संस्कार विले पार्ले श्मशान घाट में सम्पन्न हुआ। इस मौके पर उनके परिवार के सदस्यों के साथ-साथ अमिताभ बच्चन, आमिर खान, और सलमान खान जैसे कई प्रमुख अभिनेता भी उपस्थित रहे।
राष्ट्रपति ने अपने कार्यालय की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "प्रसिद्ध अभिनेता और पूर्व सांसद धर्मेंद्र जी का निधन भारतीय सिनेमा के लिए एक विशाल क्षति है। सबसे लोकप्रिय अभिनेताओं में से एक, उन्होंने अपने दशकों लंबे करियर में कई यादगार प्रदर्शनों से दर्शकों का दिल जीता। भारतीय सिनेमा की एक बड़ी हस्ती के रूप में, वह एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जो नए कलाकारों को प्रेरित करती रहेगी। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।"
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी एक्स पर लिखा, "प्रसिद्ध हिंदी फिल्म अभिनेता और पूर्व सांसद धर्मेंद्र के निधन से मुझे अत्यंत दुःख हुआ। उनके बेमिसाल आकर्षण और ईमानदारी ने कई यादगार किरदारों में जान डाल दी। भारतीय सिनेमा में उनका उल्लेखनीय योगदान सदैव याद रखा जाएगा। उनके दुःखी परिवार और अनगिनत चाहने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।"
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अभिनेता के निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए लिखा, "छह दशकों तक अपने श्रेष्ठ अभिनय से हर भारतीय के दिल को छूने वाले धर्मेंद्र जी का निधन भारतीय सिनेमा जगत के लिए अपूर्णीय क्षति है। एक सामान्य परिवार से आकर उन्होंने फिल्म जगत में अपनी अमिट पहचान बनाई। धर्मेंद्र जी उन चुनिंदा अभिनेताओं में से थे, जिन्होंने जिस किरदार को छुआ, वह जीवंत हो उठा। अपने अभिनय से वे सदैव हमारे बीच रहेंगे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार एवं प्रशंसकों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी लिखा, "धर्मेंद्र देओल के निधन से भारतीय सिनेमा ने अपना एक अमिट, स्नेही और दिलों में बसने वाला सितारा खो दिया है। उनका जाना केवल एक अभिनेता का जाना नहीं, बल्कि उस युग का अंत है जिसने पर्दे पर सादगी, भावनाओं और अपनेपन को नई पहचान दी।"