क्या दिल्ली की जहरीली हवा पर 'आप' का सरकार पर निशाना है?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली की हवा लगातार जहरीली हो रही है।
- सरकार प्रदूषण की समस्या को नजरअंदाज कर रही है।
- आम आदमी पार्टी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- बिहार चुनाव प्रचार में मंत्री व्यस्त हैं।
- विदेशी पर्यटक भी दिल्ली की हवा से बचने की कोशिश कर रहे हैं।
नई दिल्ली, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली में बढ़ते हुए वायु प्रदूषण को लेकर आम आदमी पार्टी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि राजधानी की हवा निरंतर जहरीली होती जा रही है, लेकिन मंत्री जनहित के मुद्दों के समाधान में व्यस्त होने के बजाय बिहार चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने सरकार पर लापरवाही और आंकड़ों में हेराफेरी का आरोप लगाया।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के निवासी जहरीली हवा में सांस लेने में असमर्थ हैं, जबकि मंत्री दिल्ली
पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक्स पर लिखा, “दिल्ली में पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी जैसी स्थिति बन चुकी है। यह केवल हवा ही नहीं, बल्कि भाजपा की सोच भी जहरीली हो चुकी है।”
पार्टी के वरिष्ठ नेता और चीफ व्हिप संजीव झा ने कहा कि दिल्ली की हवा से अधिक जहरीली सरकार की नीतियां हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि एक्यूआई मॉनिटरिंग स्टेशनों में आंकड़ों की हेराफेरी की जा रही है ताकि असली स्थिति को छिपाया जा सके।
मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, “दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कोसने के अलावा सरकार के पास कोई ठोस योजना है क्या?” आम आदमी पार्टी ने यह भी कहा कि प्रदूषण रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है, लेकिन सरकार केवल एसी कमरों में बैठकर डेटा में हेराफेरी कर रही है।
पार्टी ने कहा कि विदेशी पर्यटक भी अब दिल्ली की हवा से बचने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि सरकार दिखावे की नौटंकी में व्यस्त है। 'आप' ने यह भी कहा कि कृत्रिम वर्षा के नाम पर सरकार ने 34 करोड़ रुपए फूंक दिए, लेकिन न तो बारिश हुई और न ही प्रदूषण में कोई कमी आई। दिल्ली की हवा लगातार खराब होती जा रही है और राजधानी के कई इलाकों में एक्यूआई 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच चुका है।
'आप' ने इस स्थिति में केंद्र और दिल्ली की सरकारों से तत्काल ठोस कदम उठाने की मांग की है, ताकि दिल्लीवासियों को राहत मिल सके।