क्या दिल्ली में नक्सल कमांडर माडवी के समर्थन में नारे लगे?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में नक्सल कमांडर के समर्थन में नारे लगे हैं।
- विजय शर्मा ने प्रदर्शन की निंदा की है।
- प्रदर्शनकारियों को लोकतंत्र के मूल्यों को समझने की आवश्यकता है।
- यह घटना युवा पीढ़ी के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है।
- सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण आवश्यक है।
रायपुर, २४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हाल ही में नक्सल कमांडर माडवी हिडमा के समर्थन में नारेबाजी हुई है, जिस पर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि मैंने वह वीडियो देखा है, जिसमें दिखाया गया है कि दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे लोग गलत भावनाओं से भरे हुए हैं, यह स्थिति चिंताजनक है।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "दिल्ली का एक वीडियो तेजी से फैल रहा है, जिसमें कुछ प्रदर्शनकारी नक्सल कमांडर माडवी हिडमा का समर्थन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने एक लोकतांत्रिक सरकार की बात की, लेकिन वे उसके प्रभाव को नहीं समझ पाए हैं। किसी ने उन्हें भ्रामक जानकारी दी है और अब वे विरोध कर रहे हैं।"
उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को यह समझना चाहिए कि लोकतंत्र कैसे कार्य करता है और इसके प्रभाव क्या होते हैं। मैं यह युवाओं को बताना चाहता हूं और उन्हें पूरी जानकारी प्रदान करना चाहता हूं, बस्तर आकर स्वयं देख लें।
दिल्ली में इंडिया गेट पर प्रदूषण के खिलाफ युवा प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन यह विरोध तब असामान्य हो गया जब वहां नक्सली कमांडर हिडमा अमर रहे के नारे लगे। युवा प्रदर्शनकारी अपने साथ हिडमा के नाम की तख्तियां और पोस्टर लेकर आए थे।
अयोध्या में राम मंदिर के झंडा फहराने के कार्यक्रम पर विजय शर्मा ने कहा, "भगवान राम के मंदिर में झंडा फहराना एक विशेष अवसर है। मैं दिल से शुभकामनाएं देता हूं। भगवान का आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे।"
सिंध पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर उन्होंने कहा, "जहां तक सिंध की भूमि का सवाल है, यह भारत की सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है। इस पर कोई संदेह कैसे कर सकता है? हमारे मंदिर और गुरुद्वारे वहां हैं, और भारत की सांस्कृतिक विरासत उस क्षेत्र में फैली हुई है।"