क्या दिनेश शर्मा ने एसआईआर को लेकर विपक्ष को घेरा - रोहिंग्या और घुसपैठियों का क्या?
सारांश
Key Takeaways
- एसआईआर एक नियमित चुनाव प्रक्रिया है।
- दिनेश शर्मा ने कांग्रेस की आलोचना की है।
- विपक्ष को अपनी बात सही तरीके से रखनी चाहिए।
- बिहार के लोग बुद्धिमान हैं और झूठ से प्रभावित नहीं होते।
- चुनाव आयोग की निष्पक्षता महत्वपूर्ण है।
लखनऊ, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद और उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने एसआईआर, बिहार चुनाव और छठी मैया पर की गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेस और राहुल गांधी को घेरा है।
भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एसआईआर के दूसरे चरण पर कहा कि यह चुनाव आयोग की एक नियमित प्रक्रिया है, जो पिछली कांग्रेस सरकारों के दौरान भी कई बार की गई है।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग की एक सामान्य प्रक्रिया है। कांग्रेस की सरकारों के समय में भी यह कई बार हो चुका है। पिछली बार एसआईआर 2003 में हुआ था। 2003 को आधार बनाकर इस बार किया जा रहा है। आपको करना चाहिए था, आपने किया नहीं। अब भाजपा कर रही है।
एसआईआर को लेकर दिनेश शर्मा का विपक्ष से सवाल, क्या आप रोहिंग्या और घुसपैठियों के साथ हैं?
उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि इससे आपको क्या आपत्ति है? रूल बनाया आपने, वर्णन हुआ संविधान में, पारदर्शी और फेयर चुनाव चाहती है जनता। इन सारी चीजों के अनुपालन में अगर चुनाव आयोग एसआईआर के द्वारा वोटर लिस्ट को संशोधित कर रहा है तो इसमें गलत क्या है?
भाजपा सांसद ने विपक्ष से सवाल किया कि आखिर आप क्या चाहते हैं...जो मरे हुए लोग हैं, उनके नाम वोटर लिस्ट में हों? क्या आप चाहते हैं कि जो लोग प्रदेश से जाकर कहीं और बस गए, उनके नाम वोटर लिस्ट में हों? क्या आप चाहते हैं कि रोहिंग्या और घुसपैठियों के नाम वोटर लिस्ट में शामिल हों? तो आपकी यह चाहत पूरी होने वाली नहीं है। दिनेश शर्मा ने कहा कि अगर चुनाव आयोग निष्पक्षता और पारदर्शिता से चुनाव कराता है, तो आपको विपक्ष के दायित्वों का पालन करना चाहिए। आपको अपने समय में किए गए काम से इसकी तुलना करनी चाहिए।
राजद नेता तेजस्वी यादव के हर घर में एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी के वादे पर भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि वे केवल झूठ फैलाने में लगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में 3.16 लाख करोड़ का बजट है और आप 6 लाख करोड़ का वेतन देने की बात करते हैं। आप झूठ बोलते हैं। झूठ मत फैलाओ, बिहार के लोग बहुत बुद्धिमान होते हैं। उनको बरगलाया नहीं जा सकता।
छठी मैया को लेकर दिए बयान पर भाजपा सांसद ने कहा कि राहुल गांधी को हिंदू संस्कृति की जानकारी नहीं है। छठी मैया के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल ठीक नहीं है।