क्या दिशा पाटनी के घर फायरिंग मामले में दिल्ली पुलिस ने नाबालिगों को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग की घटना ने सुरक्षा सवालों को उठाया है।
- पुलिस ने दो नाबालिगों को हिरासत में लिया है।
- गोल्डी बरार गैंग ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
नई दिल्ली, १९ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेत्री दिशा पाटनी के निवास पर हुई फायरिंग के मामले में दिल्ली पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए दो नाबालिग आरोपियों को हिरासत में लिया है। इस मामले में पहले से ही दो शूटरों का एनकाउंटर किया जा चुका है। दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश पुलिस की टीमों ने मिलकर एक संयुक्त ऑपरेशन में इन शूटरों को मार गिराया था।
जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए दो नाबालिग आरोपी दिशा पाटनी के उत्तर प्रदेश के बरेली स्थित आवास पर हुई फायरिंग की घटना में शामिल थे। इन आरोपियों से पूछताछ के दौरान दिल्ली पुलिस को इस फायरिंग केस से संबंधित कई महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं।
यह घटना १२ सितंबर की है, जब बरेली के सिविल लाइंस इलाके में दिशा पाटनी के घर पर सुबह करीब ३.४५ बजे गोलीबारी हुई थी। उस समय अभिनेत्री के पिता, रिटायर्ड सीओ जगदीश सिंह पाटनी, उनकी मां और बड़ी बहन खुशबू घर पर मौजूद थीं। इस घटना में किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन गोलीबारी से इलाके में हड़कंप मच गया था।
घटना के तुरंत बाद गोल्डी बरार गैंग की ओर से एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए हमले की जिम्मेदारी ली गई, जिसके स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल हुए।
खुफिया सूचनाओं के आधार पर, उत्तर प्रदेश एसटीएफ की नोएडा टीम, हरियाणा पुलिस और दिल्ली पुलिस की एक संयुक्त टीम ने गाजियाबाद में दो संदिग्धों का पता लगाया। ये दोनों आरोपी बुधवार को गाजियाबाद में एक पुलिस मुठभेड़ में मारे गए। बताया जा रहा है कि रोहतक निवासी रविंद्र और सोनीपत निवासी अरुण का गोल्डी बरार गैंग से संबंध था।
अधिकारियों के अनुसार, जब टीम ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी गोलीबारी में दोनों आरोपी गंभीर रूप से घायल हो गए। रिपोर्ट्स के अनुसार, उनके हथियार छीन लिए गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।