क्या अस्पताल में डॉ. अनिल कंबोज से मिले अमरिंदर सिंह राजा वारिंग, केंद्र और राज्य सरकार पर हमला?

सारांश
Key Takeaways
- पंजाब में गैंगस्टरों की गतिविधियाँ बढ़ रही हैं।
- डॉ. अनिल कंबोज पर फायरिंग ने राजनीतिक हलचल पैदा की है।
- केंद्र और राज्य सरकार को सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- कांग्रेस नेता ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
- पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
मोगा, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। हाल ही में पंजाबी अभिनेत्री तानिया के पिता डॉ. अनिल जीत सिंह कंबोज पर फायरिंग की गई थी। इस मामले में पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन उनकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। इस घटना ने राजनीति को भी उग्र कर दिया है।
जहां आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता रविवार को डॉ. कंबोज का हालचाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे, वहीं लुधियाना से कांग्रेस सांसद अमरिंदर सिंह राजा वारिंग सोमवार को मोगा के कांग्रेसी नेताओं के साथ उनसे मिलने गए। इस दौरान उन्होंने डॉ. कंबोज के परिवार के सदस्यों से बातचीत की और उनकी हालत का जायजा लिया।
अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने मीडिया से बातचीत करते हुए केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पंजाब में गैंगस्टरों द्वारा फिरौती मांगे जाने और हत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं। कांग्रेस के शासन में ऐसा कभी नहीं हुआ था। सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद गैंगस्टरों का दबदबा बढ़ता ही जा रहा है। पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बेहद नाजुक है। राज्य में कानून व्यवस्था का कोई नाम-निशान नहीं है और सरकार कुछ नहीं कर पा रही है।
उन्होंने कहा कि डॉ. अनिल जीत सिंह कंबोज को 2022 में धमकी मिली थी, जिसके बाद उन्हें सुरक्षा दी गई थी, लेकिन बाद में सुरक्षा वापस ले ली गई। क्या केंद्र सरकार सो रही है? गैंगस्टरों के इंटरव्यू को क्यों नहीं रोक पा रही है?
निशिकांत दुबे के बयान पर उन्होंने कहा कि वे वाहियात व्यक्ति हैं। वे वही बोलते हैं जो पीएम मोदी और अमित शाह कहते हैं। ये देश के लोगों को भड़काने का काम करते हैं। कांग्रेस को निशिकांत दुबे से कोई लाइसेंस लेने की जरूरत नहीं है।