क्या दुबई एयरशो 2025 में संजय सेठ ने भारत पैवेलियन का उद्घाटन किया?
सारांश
Key Takeaways
- भारत पैवेलियन में स्वदेशी उत्पादों का अद्भुत प्रदर्शन।
- तेजस, ब्रह्मोस और अन्य उपकरणों का प्रदर्शन।
- रक्षा निर्यात में भारत की बढ़ती स्थिति।
- 50,000 करोड़ रुपये का निर्यात लक्ष्य।
- 25 से अधिक कंपनियों की भागीदारी।
नई दिल्ली, 17 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दुबई एयरशो 2025 के पहले दिन, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने एक भव्य भारत पैवेलियन का उद्घाटन किया।
इस विशेष अवसर पर, संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत डॉ. दीपक मित्तल, रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव (रक्षा उत्पादन) अमित सतीजा, वायुसेना के उपप्रमुख एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी, नौसेना के पश्चिमी कमान प्रमुख वाइस एडमिरल समीर सक्सेना और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इस बार का भारत पैवेलियन “आत्मनिर्भर भारत” के थीम पर आधारित है। यहाँ तेजस जैसे स्वदेशी लड़ाकू विमानों की तकनीक और मॉडल प्रदर्शित किए जा रहे हैं, वहीं अगली पीढ़ी के रक्षा स्टार्टअप्स अपने नवीनतम ड्रोन, मिसाइल गाइडेंस सिस्टम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित हथियार दिखा रहे हैं। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड, भारत डायनामिक्स लिमिटेड, भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड समेत कई निजी कंपनियों और स्टार्टअप्स ने अपने नवीनतम उत्पादों का प्रदर्शन किया है।
रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा, “आज भारत केवल हथियार खरीदने वाला देश नहीं है, बल्कि अब यह दुनिया के प्रमुख रक्षा निर्यातकों में शामिल हो रहा है। दुबई एयरशो जैसे मंच पर हम अपनी स्वदेशी तकनीक का प्रदर्शन कर रहे हैं। आने वाले वर्षों में भारत रक्षा निर्यात में शीर्ष-5 देशों में शामिल होगा।”
भारत पैवेलियन में सबसे ज्यादा ध्यान खींच रहा है तेजस मार्क-1ए का मॉडल, ब्रह्मोस मिसाइल का नया संस्करण और स्वदेशी ड्रोन सिस्टम। कई विदेशी प्रतिनिधिमंडल भारतीय स्टॉल पर रुचि दिखा रहे हैं और सौदों की संभावनाओं पर चर्चा कर रहे हैं।
पिछले कुछ वर्षों में, भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल, तेजस विमान, अर्जुन टैंक और पिनाका रॉकेट सिस्टम जैसे उत्पादों को कई देशों को बेचा है। इस बार का लक्ष्य ₹50,000 करोड़ से अधिक का रक्षा निर्यात करना है।
दुबई एयरशो में भारत का यह सर्वाधिक विशाल पैवेलियन है, जिसमें 25 से अधिक भारतीय कंपनियां और स्टार्टअप्स भाग ले रहे हैं।