क्या दूसरे टेस्ट के बाद टीम इंडिया पर दबाव कम होता दिख रहा है: शिखर धवन?

सारांश
Key Takeaways
- शुभमन गिल ने शानदार कप्तानी की है।
- टीम इंडिया ने दबाव कम किया है।
- दूसरे टेस्ट में शानदार वापसी की।
- इंग्लैंड के खिलाफ 5 शतकों का लगना खास है।
- आगे बढ़ने के लिए सकारात्मक संकेत।
नई दिल्ली, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत-इंग्लैंड के बीच गुरुवार से लॉर्ड्स में तीसरे टेस्ट की शुरुआत होने वाली है। पूर्व भारतीय ओपनर शिखर धवन ने युवा कप्तान शुभमन गिल की सराहना की है। उनके अनुसार, इस सीरीज में टीम इंडिया पर दबाव कम हो गया है।
शिखर धवन ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से कहा, "मैं पूरी टीम को 58 साल बाद एजबेस्टन में जीत के लिए बधाई देना चाहता हूं। यह एक अनूठी उपलब्धि है। दूसरे टेस्ट में जिस प्रकार भारतीय खिलाड़ियों ने वापसी की, इसने उनके जज़्बे को दर्शाया है।"
धवन ने युवा कप्तान की प्रशंसा करते हुए कहा, "शुभमन गिल ने 269 और 161 रनों की अद्भुत पारियों के साथ नेतृत्व किया। बुमराह की अनुपस्थिति में, मोहम्मद सिराज और आकाशदीप ने गेंदबाजी में उनका शानदार समर्थन किया। पहले टेस्ट में भले ही हम हार गए थे, लेकिन प्रदर्शन सकारात्मक था।"
शिखर धवन ने लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट को लेकर कहा, "गिल ने 147 रन की मजबूत पारी खेली, जबकि ऋषभ पंत ने दो शतक जड़ते हुए शानदार प्रदर्शन किया। केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने भी शतक लगाकर अच्छी नींव रखी। इंग्लैंड की धरती पर एक ही मैच में पांच शतकों का लगना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। जसप्रीत बुमराह भी उतने ही प्रभावशाली रहे, उन्होंने पांच विकेट चटकाए और इंग्लिश बल्लेबाजों को परेशान रखा।"
धवन का मानना है कि सीरीज में 1-1 से बराबरी के बाद भारत के ऊपर दबाव कम है। उन्होंने कहा, "टीम ने पहले मैच से सीख लेकर दूसरे मैच में और मजबूत वापसी की। दोनों टेस्ट मैच रोमांचक और शानदार क्रिकेट से भरे रहे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इंग्लैंड कैसा प्रदर्शन करता है। दूसरे टेस्ट के बाद टीम इंडिया पर दबाव कम होता दिख रहा है। यह भारत के आगे बढ़ने के लिए एक अच्छा संकेत है।"
इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ पांच मुकाबलों की सीरीज के पहले मैच को पांच विकेट से अपने नाम किया था, जिसके बाद टीम इंडिया ने पलटवार करते हुए एजबेस्टन टेस्ट को 336 रन से जीत लिया। अब दोनों टीमें लॉर्ड्स टेस्ट को जीतकर सीरीज में 2-1 से लीड बनाने की कोशिश करेंगी।