क्या डूसू चुनाव में एबीवीपी और एनएसयूआई ने जीत के दावे किए?

सारांश
Key Takeaways
- डूसू चुनाव में एबीवीपी और एनएसयूआई के बीच तीखी प्रतिस्पर्धा है।
- मतदान के दौरान झड़पों ने चुनावी माहौल को और गर्म कर दिया है।
- छात्रों की सुरक्षा और मतदान की पारदर्शिता को सुनिश्चित करना आवश्यक है।
- वोटों की गिनती 19 सितंबर को होगी।
- दिल्ली विश्वविद्यालय के 50 से अधिक कॉलेजों के छात्रों की भागीदारी है।
नई दिल्ली, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस) दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव का मतदान जारी है। मतदान प्रक्रिया के दौरान विभिन्न छात्र संगठन अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। इस बीच, मतदान के समय हल्की झड़प और धक्का-मुक्की की घटनाएं भी सामने आई हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने डूसू अध्यक्ष और एनएसयूआई नेता रौनक खत्री पर आरोप लगाया है कि उन्होंने और उनके साथी नॉर्थ कैंपस में धक्का-मुक्की की, जिससे एक छात्रा चोटिल हो गई।
वहीं, एनएसयूआई ने एबीवीपी के डूसू अध्यक्ष पद के उम्मीदवार का नामांकन रद्द करने की मांग की है। एनएसयूआई का कहना है कि एबीवीपी डूसू चुनाव में धांधली और वोटों की हेरफेर कर रही है।
इस बीच, एबीवीपी ने दावा किया है कि वे दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में सभी चार सीटें जीतेंगे। एबीवीपी का कहना है कि एनएसयूआई के ईवीएम से जुड़े आरोप बेबुनियाद हैं और यह उनकी हार की घबराहट दिखाता है।
एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री वीरेंद्र सोलंकी ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय में एबीवीपी की बढ़ती लोकप्रियता से एनएसयूआई घबरा गई है और वे एबीवीपी पर अनर्गल आरोप लगा रही है। उनका दावा है कि इस बार डूसू चुनाव में एनएसयूआई दूसरे नहीं, बल्कि तीसरे स्थान के लिए संघर्ष कर रही है।
एबीवीपी दिल्ली के प्रदेश मंत्री सार्थक शर्मा ने कहा कि जिस तरह कांग्रेस हर चुनाव में हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ती है, वही तरीका एनएसयूआई अपना रही है। एनएसयूआई की हार और छात्रों में उनकी अलोकप्रियता साफ दिख रही है। शर्मा ने आरोप लगाया कि किरोड़ीमल कॉलेज के बाहर डूसू अध्यक्ष रौनक खत्री के साथ आई भीड़ ने एक छात्रा के साथ धक्का-मुक्की की, जिससे वह गिर गई और भीड़ के नीचे दबकर चोटिल हो गई।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने एबीवीपी के डूसू अध्यक्ष पद के उम्मीदवार का नामांकन रद्द करने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि एबीवीपी ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में धांधली और वोटों की हेरफेर की कोशिश की है, जिसकी वे कड़ी निंदा करते हैं। चौधरी ने कहा कि किरोड़ीमल कॉलेज, हिन्दू कॉलेज और हंसराज कॉलेज में धांधली की कई घटनाएं सामने आई हैं, जो लोकतंत्र की भावना को कमजोर करती हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कुछ जगहों पर हुई कहासुनी के बावजूद इन कॉलेजों में छात्र-छात्राएं अपने वोट डाल रहे हैं। उन्होंने एबीवीपी पर अलोकतांत्रिक और धोखाधड़ी भरे तरीके अपनाने का आरोप लगाया, लेकिन कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे और अपने वोट से एबीवीपी की बेईमानी का जवाब देंगे।
गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के 50 से अधिक कॉलेजों के 2.75 लाख से ज्यादा छात्र डूसू चुनाव में मतदाता हैं और वोट डाल रहे हैं। मतदान शाम 7:30 बजे तक चलेगा। वोटों की गिनती 19 सितंबर को सुबह 9 बजे से शुरू होगी और देर शाम तक पूरी हो जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार, नतीजे भी 19 सितंबर की शाम को घोषित कर दिए जाएंगे।