क्या डूसू चुनाव में एबीवीपी ने जीत की है?

सारांश
Key Takeaways
- एबीवीपी ने 4 में से 3 सीटों पर विजय प्राप्त की।
- अध्यक्ष पद पर आर्यन मान ने जीत हासिल की।
- एनएसयूआई ने चुनाव में धांधली के आरोप लगाए।
- गुरुवार को 195 बूथों पर मतदान हुआ।
- इस साल 21 उम्मीदवार चुनाव में शामिल हुए।
नई दिल्ली, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने अपनी ताकत दिखाई है। शुक्रवार को घोषित चुनाव परिणामों में 4 में से 3 सीटों पर एबीवीपी ने विजय प्राप्त की है। अध्यक्ष पद पर आर्यन मान ने जीत दर्ज की है।
डूसू चुनाव की मतगणना सुबह 8 बजे से आरंभ हुई, जिसमें एबीवीपी ने शुरुआती बढ़त बनाए रखी। अंततः अध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी के उम्मीदवार विजयी घोषित हुए। अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के उम्मीदवार आर्यन मान ने जीत हासिल की, जबकि सचिव पद पर कुणाल चौधरी और संयुक्त सचिव पद पर दीपिका झा ने विजय प्राप्त की।
उपाध्यक्ष पद पर भी एबीवीपी के गोविंद तंवर ने एनएसयूआई को कड़ी टक्कर दी। इस चुनाव में एनएसयूआई के खाते में केवल एक सीट आई है।
उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई की जीत के बाद, एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "एनएसयूआई ने इस अनोखे चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया। न सिर्फ एबीवीपी के खिलाफ, बल्कि डीयू प्रशासन, दिल्ली सरकार, केंद्र सरकार, आरएसएस-बीजेपी और दिल्ली पुलिस के संयुक्त दबाव के खिलाफ भी। डीयू के हजारों छात्र हमारे साथ खड़े रहे।"
उन्होंने आगे कहा, "एनएसयूआई पैनल से नवनिर्वाचित डूसू उपाध्यक्ष राहुल झांसला और विजयी सभी अन्य पदाधिकारियों को शुभकामनाएँ।"
वरुण चौधरी ने 'डूसू' चुनाव में धांधली के आरोप भी लगाए। उन्होंने लिखा, "ईवीएम में हेरफेर और डीयू चुनाव टीम के प्रोफेसरों का इस्तेमाल करके चुनाव में धांधली करने की कोशिश की गई थी।" उन्होंने यह भी कहा कि जीत हो या हार, एनएसयूआई हमेशा आम छात्रों, उनके मुद्दों और डीयू को बचाने के लिए लड़ती रहेगी। हम और मजबूत होंगे।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में छात्रों ने गुरुवार को मतदान किया। 195 बूथों वाले 52 केंद्रों पर 711 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के माध्यम से मतदान हुआ। अंतिम मतदान 39.45 प्रतिशत रहा।
इस वर्ष चार मुख्य छात्र संघ पदों (अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव) के लिए 21 उम्मीदवार चुनाव में उतरे। अध्यक्ष पद के लिए 9 उम्मीदवार थे, जबकि अन्य तीन पदों के लिए 12 उम्मीदवार खड़े थे।