क्या एकनाथ शिंदे ने लाचारी में 'जय गुजरात' के नारे लगाए? : भाई जगताप

सारांश
Key Takeaways
- एकनाथ शिंदे का नारा 'जय गुजरात' पर विवाद।
- भाई जगताप ने उन्हें लाचार कहा।
- राजनीतिक बयानबाजी का महत्व।
- पाकिस्तानी खिलाड़ियों के खेल पर आपत्ति।
- केंद्र सरकार पर आरोप।
मुंबई, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा अपने भाषण के अंत में 'जय महाराष्ट्र–जय गुजरात' का नारा लगाने पर शुक्रवार को कांग्रेस नेता भाई जगताप ने उन पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता ने एकनाथ शिंदे को लाचार करार दिया।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए भाई जगताप ने कहा, "यह उनकी लाचारी को दर्शाता है। जो खुद को असली शिवसेना कहते हैं, जो बालासाहेब ठाकरे और आनंदीबाई ठाकरे की तस्वीरें लगा कर भाषण देते हैं, उन्हें मराठी अस्मिता की याद दिलाई जानी चाहिए। बालासाहेब ने पूरी जिंदगी मराठी भाषा और हिंदुत्व के लिए संघर्ष किया। लेकिन आज का शिवसेना नेतृत्व सिर्फ केंद्र को खुश करने के लिए ऐसे नारे लगा रहा है, यह विचारधारा से समझौता है।"
उन्होंने कहा, "एकनाथ शिंदे के वक्तव्य की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। गुजरात के नारे लगाकर वह क्या जताना चाहते हैं, यह तो शिंदे ही बता सकते हैं। शिंदे का बयान बताता है कि वह कितने लाचार हो चुके हैं और कितनी लाचारी के साथ भाजपा के साथ जुड़े हुए हैं।"
इसके अलावा भाई जगताप ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को भारत में खेलने की अनुमति देने पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, "मैंने पहले भी कहा था कि कारगिल युद्ध के बाद भारत ने एक सामूहिक निर्णय लिया था कि पाकिस्तान के साथ संबंधों में सख्ती बरती जाएगी। हमने कई आतंकी हमलों का सामना किया है, जिसमें पहलगाम हमला भी शामिल है, लेकिन आज तक यह साफ नहीं हो पाया कि हमलावर कौन थे।"
केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, "पहले जब कांग्रेस की सरकार थी, तो हमने आतंकियों को पकड़ा, सजा दी और फांसी तक पहुंचाया। लेकिन आज केंद्र में बैठे मंत्री सिर्फ बचकानी बातें कर रहे हैं। मैं खुद एक खिलाड़ी रह चुका हूं, लेकिन मैं स्पष्ट कहता हूं कि इस माहौल में पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह के खेल संबंध रखना पूरी तरह से गलत है।"