क्या <b>फर्रुखाबाद</b> में <b>डीसीएम</b> की टक्कर से दो बहनों और चचेरे भाई की जान गई?
सारांश
Key Takeaways
- फर्रुखाबाद में सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हुई।
- डीसीएम चालक की लापरवाही के कारण यह घटना हुई।
- ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया।
- पुलिस ने मृतकों के परिजनों को आश्वासन दिया कि जांच की जाएगी।
- सड़क सुरक्षा पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।
फर्रुखाबाद, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक भयानक सड़क दुर्घटना में एक चचेरे भाई और दो सगी बहनों की जान चली गई।
मोहम्मदाबाद क्षेत्र के गांव भूड़ नगला के निवासी राजन (19) अपनी चचेरी बहन काजल (15) और सेजल (12) को पड़ोस के एक स्कूल छोड़ने के लिए जा रहा था। जैसे ही तीनों मुख्य मार्ग पर पहुंचे, सामने से आती तेज रफ्तार डीसीएम ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयंकर थी कि बाइक के टुकड़े उड़ गए और तीनों सड़क पर दूर जा गिरे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, राजन और काजल की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं गंभीर रूप से घायल सेजल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन रास्ते में उसने भी दम तोड़ दिया। हादसे की सूचना मिलते ही मोहम्मदाबाद कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि दुर्घटना के बाद डीसीएम के आगे का हिस्सा बाइक में बुरी तरह फंस गया था, जिससे टक्कर की तीव्रता का अंदाजा लगाया जा सकता है। पुलिस के समय पर नहीं पहुंचने के आरोप में ग्रामीणों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और भीड़ को नियंत्रित करने के साथ ही शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने का प्रयास किया, लेकिन परिजनों ने शव को सड़क से हटाने से मना कर दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि डीसीएम चालक की लापरवाही ने तीन निर्दोष जिंदगियां समाप्त कर दीं, इसलिए वे बिना कार्रवाई के शव नहीं उठाने देंगे। पुलिस ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया और आश्वासन दिया कि घटना की जांच की जाएगी और कठोर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस डीसीएम चालक की तलाश कर रही है, जबकि ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस प्रकार के हादसे अक्सर होते हैं, लेकिन सूचना देने के बावजूद पुलिस प्रशासन मौके पर नहीं पहुंचता। उनका कहना है कि जब तक डीसीएम चालक को गिरफ्तार नहीं किया जाता तब तक वे शव नहीं उठाएंगे।