क्या 'हक' पब्लिक रिव्यू में कोर्टरूम ड्रामा ने दर्शकों को किया इमोशनल?
सारांश
Key Takeaways
- इमरान हाशमी और यामी गौतम की बेहतरीन अदाकारी।
- तीन तलाक का गंभीर मुद्दा।
- भावनात्मक कोर्टरूम ड्रामा।
- महिला के अधिकारों की लड़ाई।
- सुपर्ण वर्मा का निर्देशन।
नई दिल्ली, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। इमरान हाशमी और यामी गौतम की फिल्म ‘हक’ शुक्रवार को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई है। यह फिल्म शाह बानो के तीन तलाक के मुद्दे पर आधारित है, जिन्होंने तीन तलाक के बाद गुजारे भत्ते के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और लंबे समय तक अपने हक की लड़ाई लड़ी।
फिल्म के बारे में पब्लिक रिएक्शन आ चुका है और दर्शकों ने इसे बहुत पसंद किया है।
दर्शकों ने फिल्म ‘हक’ को सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे न्याय की लड़ाई बताया और इमरान हाशमी और यामी गौतम की अदाकारी की भी जमकर तारीफ की है।
एक दर्शक ने कहा कि फिल्म अच्छी है और गंभीर मुद्दे पर आधारित है। शुरुआत के 30-40 मिनट में फिल्म शादी और रिश्तों को विकसित होते हुए दिखाती है और फिर सीधे कोर्टरूम ड्रामा में प्रवेश कर जाती है। फिल्म के गाने भी शानदार हैं, जो इमरान हाशमी और यामी गौतम के किरदार के जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर करते हैं, लेकिन अंत में यह फिल्म बेहद भावनात्मक कर देती है, क्योंकि कोर्टरूम में यामी के डायलॉग सीधे दिल को छू लेते हैं। हर किसी को यह फिल्म देखनी चाहिए।
एक अन्य दर्शक ने इसे मास्टरपीस बताया और कहा कि यह फिल्म इतनी प्रभावशाली है कि रोंगटे खड़ी कर सकती है। इमरान ने अपने किरदार को इतनी बेहतरीन तरीके से निभाया है कि ऐसा लगता है कि वे सबसे बुरे इंसान हैं। यामी गौतम की डायलॉग डिलीवरी बहुत भावनात्मक कर देती है और फिल्म का अंतिम दृश्य दिल को छू जाता है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक महिला अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए अपने परिवार से लड़ जाती है।
ओटीटी पर रिलीज के प्रश्न पर दर्शक ने कहा, "यह फिल्म इतने गंभीर मुद्दे पर बनी है कि इसे बड़े पर्दे पर प्रदर्शित करना सही है। यह इमरान हाशमी की पहली फिल्म है, जिसे मैं परिवार के साथ देखने आया हूँ। फिल्म में दोनों कलाकारों ने अद्भुत प्रदर्शन किया है।"
ज्ञात हो कि ‘हक’ का निर्देशन और लेखन सुपर्ण वर्मा ने किया है, जो पहले 'द फैमिली मैन' और 'द ट्रायल' जैसी वेब सीरीज बना चुके हैं। उनकी फिल्म ‘हक’ भी दर्शकों को पसंद आई है।