क्या डिप्टी सीएम हर्ष सांघवी ने 'एंगिमाच-2025' का शुभारंभ कर गांधीनगर को ग्लोबल एग्जिबिशन हब बना दिया?
सारांश
Key Takeaways
- गांधीनगर में एंगिमाच-2025 का आयोजन 3 से 7 दिसंबर 2025 तक होगा।
- प्रदर्शनी में 1000 से अधिक प्रदर्शक शामिल होंगे।
- इंडस्ट्री 4.0 पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- 90,000 विजिटर्स की उपस्थिति की उम्मीद है।
- यह आयोजन स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा।
गांधीनगर, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के उपमुख्यमंत्री और उद्योग मंत्री हर्ष सांघवी ने गांधीनगर में बुधवार को एशिया की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रदर्शनी 'एंगिमाच-2025' का उद्घाटन किया। इस बार का 17वां संस्करण 3 दिसंबर से 7 दिसंबर 2025 तक हेलिपैड प्रदर्शनी केंद्र, गांधीनगर में आयोजित किया जा रहा है।
इस प्रदर्शनी को लेकर इस बार काफी उत्साह है। इसमें 16 से अधिक देशों के 1,000 से ज्यादा प्रदर्शक हिस्सा ले रहे हैं। विश्व की प्रमुख इंजीनियरिंग और विनिर्माण कंपनियां अपने नवीनतम अविष्कार, मशीनें और तकनीक यहाँ प्रदर्शित कर रही हैं। इस बार का खास ध्यान इंडस्ट्री 4.0 पर है, जिसमें ऐसी स्मार्ट मशीनें शामिल हैं जो सेंसर से लैस हैं, एआई पर आधारित हैं, और स्वचालित रूप से खराबी का अनुमान लगा सकती हैं।
आयोजकों के अनुसार, इस शो में लगभग 90,000 विजिटर्स आने की अपेक्षा है और लगभग 5,000 करोड़ रुपये की व्यापारिक पूछताछ संभव है।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री हर्ष सांघवी ने प्रदर्शनी में विभिन्न कंपनियों के स्टॉल का दौरा किया और कंपनी मालिकों के साथ एआई और रोबोट-आधारित मशीनरी के बारे में चर्चा की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मेक इन इंडिया', 'आत्मनिर्भर भारत' और 'स्वदेशी अभियान' को बढ़ावा देने का अनुरोध किया। प्रदर्शनी में अलग-अलग उद्योगों के बीच एक 'इंटरनेशनल बायर-सेलर मीट' भी आयोजित किया जाएगा।
इस उद्घाटन के मौके पर गांधीनगर नॉर्थ की एमएलए रीताबेन पटेल, मनसा के पूर्व एमएलए अमित चौधरी, एनर्जी डिपार्टमेंट के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी एसजे हैदर समेत कई जाने-माने उद्योगपति, प्रदर्शक और विजिटर मौजूद थे।
उपमुख्यमंत्री हर्ष सांघवी ने बताया कि इस प्रदर्शनी के लिए 50,000 से अधिक लोगों ने एडवांस बुकिंग करवाई है और स्पॉट बुकिंग मिलाकर कुल विजिटर्स की संख्या एक लाख से भी ज्यादा हो सकती है। 500 से अधिक बिजनेस विजिटर्स भी विभिन्न देशों से गांधीनगर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि 1,100 से अधिक कंपनियां इस प्रदर्शनी में शामिल हो रही हैं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
हर्ष सांघवी ने कहा कि यह वही दृष्टि है जो कई साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के लिए रखी थी। ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना जहाँ विश्व की सबसे बड़ी कंपनियां और बेहतरीन प्रदर्शनियां आयोजित हो सकें। आज वह सपना हकीकत बनता दिख रहा है। पिछले कई वर्षों में गांधीनगर एग्जिबिशन हब के रूप में उभरा है और हर साल 80 से 100 दिनों तक यहाँ विभिन्न प्रदर्शनियां होती हैं।
इन आयोजनों का प्रभाव केवल उद्योग जगत पर ही नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है। शहर और आस-पास के जिलों में होटल, रेस्टोरेंट, टैक्सी, ट्रैवल और इवेंट मैनेजमेंट जैसे सेवा क्षेत्रों में बड़ा व्यापार हो रहा है। हजारों लोगों को रोजगार और व्यापार के अवसर मिल रहे हैं। सरकार अब इस सेक्टर को और बढ़ावा देने के लिए नई योजनाएं बना रही है, ताकि भविष्य में और बड़े स्तर पर ऐसी अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी गुजरात में आयोजित की जा सके।