क्या राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को बिहार की जनता से माफी मांगनी चाहिए? : गौरव भाटिया

सारांश
Key Takeaways
- गौरव भाटिया का कांग्रेस पर हमलावर बयान।
- सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को लेकर माफी की मांग।
- कर्नाटक में कांग्रेस की आंतरिक कलह।
- राजनीतिक नेताओं को संविधान का सम्मान करना चाहिए।
- जनता की चिंता का समाधान आवश्यक।
नई दिल्ली, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने शुक्रवार को कांग्रेस, राजद और इंडिया गठबंधन पर तीखा हमला किया। उन्होंने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी और कर्नाटक में कांग्रेस की आंतरिक कलह को लेकर विपक्ष को कठोर शब्दों में लताड़ा।
भाटिया ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार द्वारा जनहित की अनदेखी करना अत्यंत शर्मनाक है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का हवाला देते हुए राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से देश और बिहार की जनता से सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की।
गौरव भाटिया ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की एसआईआर पर टिप्पणी, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के लिए पारदर्शिता के मुद्दे पर एक कठोर जवाब है। तेजस्वी यादव को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वे सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को स्वीकार करेंगे या नहीं। साथ ही, राहुल गांधी को बताना चाहिए कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से ठीक एक दिन पहले प्रदर्शन क्यों किया? इससे यह स्पष्ट होता है कि इन नेताओं को देश की सर्वोच्च न्यायपालिका पर विश्वास नहीं है।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद, दोनों नेताओं को आत्ममंथन करना चाहिए। जो दल और नेता संविधान और संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान नहीं करते, उन्हें जनता का विरोध झेलना पड़ेगा। सुप्रीम कोर्ट ने यह स्पष्ट कर दिया है कि एसआईआर प्रक्रिया का संचालन पूरी तरह से निर्वाचन आयोग के संवैधानिक अधिकार क्षेत्र में आता है।
गौरव भाटिया ने कहा कि इस निर्णय के बाद तेजस्वी यादव और राहुल गांधी को बिहार और भारत की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
कर्नाटक में कांग्रेस की आंतरिक कलह पर भाटिया ने कहा कि कर्नाटक की जनता कांग्रेस सरकार के शासन में दुखी है, जबकि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार सत्ता के आनंद में मस्त हैं। जनता को अच्छे शासन की आवश्यकता है, लेकिन ये नेता केवल कुर्सी की लड़ाई में लगे हैं। उन्होंने कहा कि आज कर्नाटक की जनता पूछ रही है कि उनकी चिंता कौन करेगा? एक नेता कुर्सी पर बने रहना चाहता है, जबकि दूसरा उसे हथियाने की कोशिश कर रहा है। कांग्रेस की यह संकीर्ण राजनीति राज्य की जनता को बड़ा नुकसान पहुंचा रही है, जो कि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।