क्या राहुल गांधी भारतीय राजनीति के सबसे बड़े हाइड्रोजन बम हैं?: भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी पर भाजपा प्रवक्ता का तीखा हमला
- 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' को साकार करने की दिशा में कदम
- कांग्रेस पर आरोप, जो संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करती है
बेंगलुरु, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी किसी भी संवैधानिक संस्था पर विश्वास नहीं करते हैं, और देश की जनता नकली गांधी परिवार में भरोसा नहीं करती।
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने रविवार को मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी के 'हाइड्रोजन बम' संबंधी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "मैं कहना चाहूंगा कि राहुल गांधी स्वयं भारतीय राजनीति के सबसे बड़े हाइड्रोजन बम हैं। समस्या यह है कि वे फट जाते हैं, और जब वे फटते हैं, तो कांग्रेस पार्टी भी प्रभावित होती है।"
उन्होंने आगे कहा, "हम यहाँ प्रगतिशील और सकारात्मक विकासवादी राजनीति की बात करने आए हैं, जबकि राहुल गांधी केवल हर संवैधानिक संस्था पर भ्रम फैलाते हैं और सवाल उठाते हैं।"
इस अवसर पर, गौरव भाटिया ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के मुद्दे पर स्पष्ट रूप से कहा कि इसे कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने कहा, 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' केवल एक सपना नहीं रहेगा, बल्कि इसे साकार करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
कर्नाटक के बेंगलुरु में भाजपा ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें गौरव भाटिया भी शामिल हुए।
उन्होंने कहा, "डॉ. भीमराव अंबेडकर ने देश को संविधान दिया और यदि कोई नेता यह सुनिश्चित कर रहा है कि संविधान के सपने साकार हों, तो वे प्रधानमंत्री मोदी हैं। देश की जनता और कर्नाटक की जनता दोनों ही बदलाव और विकास चाहती हैं, इसलिए 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' को कोई नहीं रोक सकता।"
भाजपा प्रवक्ता ने यह भी कहा, "अनुच्छेद 370, जिसमें 'अस्थायी' शब्द था, कांग्रेस ने नहीं हटाया। जबकि, प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसा किया। भाजपा एक अच्छे छात्र की तरह परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करती है और बाद में हम जनता का धन्यवाद करते हैं, जबकि कांग्रेस उस छात्र की तरह है जो पढ़ाई नहीं करता और असफल होने के बाद ईवीएम को दोष देता है।"
गौरव भाटिया ने कहा कि महिला आरक्षण, जो देश की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक संवैधानिक संशोधन है, लागू हुआ है और अब 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' भी गहन विचार-विमर्श और जनता के समर्थन के बाद निश्चित रूप से एक वास्तविकता बन जाएगा।