क्या गौरव गोगोई ने पीएम मोदी के मणिपुर दौरे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का मणिपुर दौरा केवल छवि सुधारने के लिए था।
- कांग्रेस पार्टी मणिपुर के विकास के लिए संघर्षरत है।
- भीष्म हजारिका मानवता के प्रतीक हैं।
- राजनीतिक नेताओं को जनता की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।
- भारत-पाकिस्तान मैच पर गोगोई ने मोदी की आलोचना की।
नई दिल्ली, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के अध्यक्ष और सांसद गौरव गोगोई ने प्रधानमंत्री मोदी के मणिपुर दौरे को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
गोगोई ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का मणिपुर का दौरा केवल उनकी छवि सुधारने के लिए था, न कि मणिपुर के लोगों की असली समस्याओं को सुलझाने के लिए। उन्होंने मणिपुर की जनता के घावों पर नमक छिड़कने का कार्य किया।
उन्होंने कहा कि हम उत्तर-पूर्वांचल के लोग मणिपुर के समाज के दुख को समझते हैं। प्रधानमंत्री मोदी को मणिपुर से ज्यादा उनकी छवि प्रिय है, लेकिन कांग्रेस पार्टी मणिपुर के समाज में समन्वय और राजनीतिक विकास के लिए हमेशा काम करेगी।
गोगोई ने असम में भीष्म हजारिका पर पीएम मोदी के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि भीष्म हजारिका अपनी मानवता और विचार के लिए मशहूर हैं। अगर कोई अमानवीय कार्य करता है, तो वह असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा हैं।
गौरव गोगोई ने भारत-पाकिस्तान मैच पर भी प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आईसीसी में जो कदम बीसीसीआई को उठाना चाहिए था, वह नहीं उठाया गया। प्रधानमंत्री मोदी की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है। एक ओर वे कहते हैं कि पाकिस्तान के साथ खून और पानी साथ नहीं बहेगा, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच हो रहा है। मैं इस मैच को नहीं देखूंगा और मुझे लगता है कि अधिकांश भारतीय इसे देखने से कतराएंगे।