क्या गौतम बुद्ध नगर में खाद्य सुरक्षा विभाग की छापेमारी से खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी?

सारांश
Key Takeaways
- खाद्य सुरक्षा विभाग की सक्रियता से मिलावटखोरी पर अंकुश लगेगा।
- दीपावली के दौरान खाद्य सुरक्षा की निगरानी बढ़ाई गई है।
- उपभोक्ताओं को शुद्धता को प्राथमिकता देते हुए उत्पाद खरीदने के लिए जागरूक किया जाएगा।
- छापेमारी में 6 नमूनों का संग्रह किया गया है।
- दिशानिर्देशों के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।
गौतम बुद्ध नगर, 13 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दीपावली के अवसर पर जनपदवासियों को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य एवं पेय पदार्थ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने सक्रियता दिखाई है। जिलाधिकारी मेधा रूपम के निर्देशों पर विभागीय टीमों द्वारा जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।
इस क्रम में, सोमवार को सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय सर्वेश मिश्रा के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की कई टीमों ने मिलकर विभिन्न प्रतिष्ठानों से 6 नमूने जांच के लिए एकत्र किए।
जानकारी के अनुसार, खाद्य सुरक्षा अधिकारी सय्यद इबादुल्लाह, विशाल गुप्ता, रविंद्र नाथ वर्मा और अमर बहादुर सरोज की टीम ने मिर्जापुर रोड, रबूपुरा स्थित तंजीम टोफू निर्माणशाला से टोफू का नमूना और जेवर के मंगला ट्रेडर्स से हल्दी पाउडर का नमूना लिया। खाद्य सुरक्षा अधिकारी मालती ने मिर्जापुर रोड, दनकौर स्थित एवन डेयरी से पनीर का नमूना संग्रहित किया।
इसके अतिरिक्त, खाद्य सुरक्षा अधिकारी एसके पांडेय और ओपी सिंह की संयुक्त टीम ने सेक्टर-39 नोएडा थाना क्षेत्र में मोटरसाइकिल पर दूध बेच रहे मनोज चौहान से 'गव्यधारा' ब्रांड के गाय के दूध के दो नमूने लिए।
पूछताछ के दौरान मनोज ने उक्त उत्पाद के पैकिंग स्थल के रूप में ग्राम सोरखा, नोएडा का उल्लेख किया। तदुपरांत टीम ने मौके पर ही ग्राम सोरखा जाकर दिवाकर पांडेय से गाय के दूध का एक अतिरिक्त नमूना भी संग्रहित किया।
सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय सर्वेश मिश्रा ने बताया कि सभी छह नमूनों को विधिवत सील कर प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद नियमों के अनुसार विधिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि दीपावली जैसे बड़े पर्वों पर मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री बढ़ने की आशंका रहती है, इस कारण विभाग निरंतर निगरानी रख रहा है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि जिलाधिकारी के निर्देशन में आने वाले दिनों में भी इसी तरह की आकस्मिक जांच एवं सैंपलिंग कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने आगे कहा कि खाद्य सुरक्षा विभाग का लक्ष्य न केवल मिलावटखोरों पर कड़ा शिकंजा कसना है, बल्कि उपभोक्ताओं को जागरूक करना भी है ताकि वे शुद्धता को प्राथमिकता देते हुए उत्पादों की खरीद करें।
—राष्ट्र प्रेस
पीकेटी/पीएसके