क्या मुंबई में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र घोटाला सामने आया है?
सारांश
Key Takeaways
- फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करना एक गंभीर अपराध है।
- जन्म प्रमाणपत्र पहचान और नागरिकता से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं।
- मुलुंड पुलिस ने सक्रियता दिखाई है और आरोपी पकड़े गए हैं।
- जांच के दौरान कई अन्य नामों का खुलासा हो सकता है।
- समाज में विश्वास बनाए रखने के लिए सख्त कार्रवाई आवश्यक है।
मुंबई, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई में फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से जन्म प्रमाणपत्र प्राप्त करने के एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। मुलुंड पुलिस ने इस मामले में महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए आरोपियों नजमा खातून, अशरफ अखबर खान, मोहम्मद अउसफ मोहम्मद अल्ताफ सिद्दीकी, गौसिया परवीन शेख सहित कई अन्य व्यक्तियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने जन्म प्रमाणपत्र हासिल करने के लिए जाली और फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया। इस घोटाले के खुलासे से प्रशासन में हड़कंप मच गया है, क्योंकि जन्म प्रमाणपत्र पहचान और नागरिकता से जुड़े सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों में से एक माना जाता है।
मुलुंड पुलिस ने यह मामला भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं 336(3), 340(2), 318(4), 3(5) और जन्म पंजीकरण अधिनियम की धारा 23 के तहत दर्ज किया है। इन धाराओं के तहत फर्जी दस्तावेज बनाना, सरकारी रिकॉर्ड में गलत जानकारी देना और धोखाधड़ी जैसे अपराध शामिल हैं।
महाराष्ट्र भाजपा नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने इस मामले में 367 लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उनका कहना है कि कई लोग विभिन्न इलाकों में फर्जी दस्तावेज जमा कर जन्म प्रमाणपत्र बनवा रहे हैं और इसके आधार पर अपनी नागरिकता साबित करने का प्रयास कर रहे हैं।
सोमैया ने यह भी कहा कि फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाने वाला गिरोह कई राज्यों में सक्रिय है।
पुलिस अब प्राप्त दस्तावेजों और आवेदन पत्रों की गहन जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि आरोपी अलग-अलग नामों, पते और फर्जी प्रमाणों का उपयोग कर जन्म प्रमाणपत्र प्राप्त करने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस ने संबंधित विभागों और नगरपालिका अधिकारियों से भी रिकॉर्ड तलब किए हैं।
इस मामले के उजागर होने के बाद अन्य जिलों में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है और जन्म प्रमाणपत्र जारी करने की प्रक्रियाओं की गहन समीक्षा की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जांच के आगे बढ़ने के साथ और भी नाम सामने आ सकते हैं।