क्या गाज़ा पर इजराइल का व्यापक कब्जा वैश्विक विरोध का कारण बन रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- गाजा पर इजराइल का कब्जा वैश्विक विरोध का कारण बना है।
- सीजीटीएन के सर्वेक्षण में 86.6 प्रतिशत ने विरोध किया।
- 60,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं।
- मानवीय संकट की स्थिति चिंताजनक है।
- इजरायल की कार्रवाइयाँ स्थिति को और जटिल बना रही हैं।
बीजिंग, 8 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। इजरायली प्रधानमंत्री की टिप्पणी "गाज़ा पर व्यापक कब्ज़े को आगे बढ़ाने" के संदर्भ में अंतरराष्ट्रीय बहस तेज़ हो गई है। सीजीटीएन द्वारा कराए गए एक वैश्विक जनमत सर्वे में 86.6 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने इस रुख का कड़ा विरोध किया है और इजराइल से तुरंत युद्ध विराम लागू करने और गाजा संघर्ष को शीघ्र समाप्त करने की मांग की है।
अब तक, इजरायली सेना ने गाजा पट्टी के लगभग 75 प्रतिशत हिस्से पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है। इजराइल-फिलिस्तीनी संघर्ष के मौजूदा दौर में 60,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और डेढ़ लाख से अधिक घायल हुए हैं। इसके जवाब में, 89.1 प्रतिशत उत्तरदाता इस बात को लेकर चिंतित हैं कि गाजा पर पूर्ण कब्जा करने की इजरायल की योजना मानवीय संकट को और बढ़ा देगी। वहीं, 89.8 प्रतिशत उत्तरदाता मानते हैं कि गाजा संघर्ष के और बढ़ने की संभावना है, और 91.2 प्रतिशत उत्तरदाता यह सोचते हैं कि इजरायल की कार्रवाइयाँ गाजा संघर्ष को और भी अनिश्चित और जटिल स्थिति में धकेल देंगी, क्योंकि वह पहले ही गाजा में अपने प्रारंभिक घोषित सैन्य उद्देश्यों से काफी हद तक भटक चुका है।
यह सर्वेक्षण सीजीटीएन के अंग्रेजी, स्पेनिश, फ्रेंच, अरबी और रूसी प्लेटफार्म पर जारी किया गया था, जिसमें 9,093 लोगों ने भाग लिया और 24 घंटों के भीतर अपने विचार साझा किए।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)