क्या गाजियाबाद-नोएडा में जुमे की नमाज शांति से संपन्न हुई?

सारांश
Key Takeaways
- गाजियाबाद और नोएडा में जुमे की नमाज शांतिपूर्वक हुई।
- सुरक्षा के लिए ड्रोन कैमरों का उपयोग किया गया।
- अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया।
- स्थानीय नागरिकों से संवाद स्थापित किया गया।
- सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की गई।
नोएडा, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। गाजियाबाद और नोएडा में शुक्रवार को जुमे की नमाज शांतिपूर्वक संपन्न हुई। हाल ही में बरेली में हुए विवाद के मद्देनजर, इन दोनों जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
गाजियाबाद के थाना मसूरी क्षेत्र के डासना देहात में, पुलिस ने सुबह से ही मयूर विहार चौक और आसपास की मस्जिदों के क्षेत्रों में ड्रोन कैमरों की मदद से निगरानी की। ड्रोन के माध्यम से क्षेत्र के हर कोने का सर्वेक्षण किया गया और संदिग्ध गतिविधियों पर विशेष ध्यान रखा गया।
इसके अलावा, क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया, ताकि किसी भी स्थिति का तुरंत सामना किया जा सके। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह व्यवस्था आगामी त्यौहारों को ध्यान में रखते हुए और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के उद्देश्य से की गई है। नोएडा में भी पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह के दिशा-निर्देशन में सुरक्षा प्रबंधों को और मजबूत किया गया है। उनके मार्गदर्शन में सभी संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त बढ़ाई गई है।
इसी क्रम में पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल नोएडा) शक्ति मोहन अवस्थी के पर्यवेक्षण में अपर पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल नोएडा) शैव्या गोयल ने थाना फेस-2 क्षेत्र में मिश्रित आबादी वाले इलाकों में पैदल गश्त की। शैव्या गोयल ने स्थानीय नागरिकों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याएं और सुझाव सुने। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे किसी भी प्रकार की अफवाह पर विश्वास न करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
उन्होंने आश्वस्त किया कि त्योहारों और जुमे की नमाज के मद्देनजर सभी जरूरी सुरक्षा इंतजाम सुनिश्चित कर दिए गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने नागरिकों से प्रेम, भाईचारा और सौहार्द के साथ त्योहार मनाने की अपील की। साथ ही पुलिस-जन सहयोग को मजबूत करने का आह्वान किया गया ताकि कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में शांति एवं सुरक्षा का वातावरण बनाए रखा जा सके। प्रशासन की सतर्कता और जनता के सहयोग से गाजियाबाद और नोएडा में जुमे की नमाज पूर्णत: शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई, जिससे दोनों जिलों में राहत और विश्वास का माहौल बना हुआ है।