क्या गाजियाबाद के मुरादनगर में भीषण आग लगने से वाहन हुए खाक?
सारांश
Key Takeaways
- गाजियाबाद में आग लगने की घटना ने सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
- दमकल विभाग ने तत्परता से कार्य करते हुए एक बड़ी दुर्घटना को टाला।
- आग लगने के कारणों की जांच अभी जारी है।
- आर्थिक नुकसान के साथ-साथ शोरूम में रखे सामान भी नष्ट हुए।
- समय पर सूचना मिलना बहुत महत्वपूर्ण है।
गाजियाबाद, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। गाजियाबाद में मुरादनगर के गणपति हाईटेक डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड में एक भयंकर आग लगने से हड़कंप मच गया। घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और घंटों की मेहनत के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पाया। इस अग्निकांड में शोरूम के साथ-साथ वहां मौजूद वाहन भी जलकर खाक हो गए। लेकिन, किसी भी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं मिली।
फायर विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार को शाम लगभग 5 बजकर 13 मिनट पर फायर स्टेशन मोदीनगर को सूचना मिली कि गणपति हाईटेक डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड, विजय मंडी कस्बा रोड, मुरादनगर में आग लगी हुई है। सूचना मिलते ही फायर स्टेशन प्रभारी के नेतृत्व में दो फायर टैंकरों सहित पूरी यूनिट मौके के लिए रवाना हुई।
घटना स्थल पर दमकलकर्मियों ने देखा कि आग शोरूम के भूतल पर लगी थी और तेजी से फैलकर पहले और दूसरे मंजिल तक पहुंच गई थी। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसपास के लोगों में दहशत पैदा कर दी। तुरंत फायर यूनिट ने एक होज पाइप लाइन लगाकर आग बुझाने का काम प्रारंभ किया।
आग की विकरालता को देखते हुए, तुरंत सहायता के लिए एक फायर टैंकर फायर स्टेशन वैशाली और एक अन्य टैंकर फायर स्टेशन कोतवाली से बुलाया गया। तीनों स्थानों से आई टीमों ने समन्वय के साथ आग बुझाने का कार्य किया। फायर स्टेशन मोदीनगर प्रभारी के नेतृत्व में दमकलकर्मियों ने आग पर पूर्ण नियंत्रण पाया।
आग बुझाने के दौरान जनहानि की कोई सूचना नहीं मिली, लेकिन आर्थिक नुकसान अत्यधिक बताया जा रहा है। इस भीषण अग्निकांड में तीन स्कूटी और एक बाइक पूरी तरह जलकर खाक हो गई, वहीं शोरूम के अंदर रखे कई इलेक्ट्रॉनिक सामान और फर्नीचर भी नष्ट हो गए। आग लगने के कारणों का अभी स्पष्ट रूप से पता नहीं चल सका है, लेकिन प्रारंभिक अनुमान के अनुसार शॉर्ट सर्किट इसकी वजह हो सकता है।
फायर विभाग के अनुसार, यदि सूचना समय पर नहीं मिलती, तो आग आसपास की अन्य दुकानों और मकानों तक फैल सकती थी। समय पर पहुंचे दमकल कर्मियों की तत्परता ने एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया।