क्या पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद करने का सिलसिला जारी है?

सारांश
Key Takeaways
- गहलोत ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया।
- पूर्ववर्ती योजनाओं का बंद होना चिंताजनक है।
- भ्रष्टाचार और अपराध में वृद्धि पर चिंता जताई।
- राजनीति में विकास कार्यों को रोकना अनुचित है।
- सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है।
नीमकाथाना, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को नीमकाथाना के मावंडा कला स्थित कुडली की ढाणी में शहीद दयाराम सैनी की प्रतिमा का अनावरण किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
समारोह में बोलते हुए गहलोत ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के सत्ता में आते ही पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को समाप्त करने का क्रम जारी है। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए पेंशन योजना शुरू की, सीकर को संभाग का दर्जा दिया और नीमकाथाना को जिला बनाया। परंतु भाजपा सरकार ने इन विकास कार्यों को रोकने का काम किया।
गहलोत ने सीकर संभाग और नीमकाथाना नगर परिषद को नगरपालिका बनाने की प्रक्रिया की आलोचना की और कई प्रशासनिक कार्यालयों को बंद करने के लिए भाजपा पर निशाना साधा।
उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को चुनौती देते हुए कहा, "मुख्यमंत्री जी, यदि आप यमुना का पानी नीमकाथाना लाने में सफल होते हैं, तो मैं खुद आपको माला पहनाने आऊंगा।"
गहलोत ने भाजपा की नकारात्मक सोच पर भी तंज कसा और कहा कि सरकारों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन विकास कार्यों को रोकना उचित नहीं है।
उन्होंने कहा, "जब मैं मुख्यमंत्री था, तब वासुंधरा राजे के कार्यकाल के विकास कार्यों को नहीं रोका, बल्कि आगे बढ़ाया।"
झालावाड़ हादसे पर बोलते हुए गहलोत ने कहा कि भाजपा सरकार काम करने के बजाय पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाने में व्यस्त है।
उन्होंने कहा, "आरोप लगाना आसान है, लेकिन सरकार को प्रदेश के लिए काम भी करना चाहिए। वर्तमान में राजस्थान में भ्रष्टाचार और अपराध अपने चरम पर हैं। हमारी सरकार में भ्रष्टाचार पर अंकुश था, लोग भ्रष्टाचार करने से डरते थे, लेकिन अब वह भय समाप्त हो गया है। अपराधियों में कोई डर नहीं है और आम जनता की सुनवाई नहीं हो रही। भाजपा सरकार को सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर जनता के हित में काम करना चाहिए।"