क्या गाजियाबाद में पासपोर्ट सेवाएं अब आपके द्वार तक मिल रही हैं?

सारांश
Key Takeaways
- पासपोर्ट मोबाइल वैन से नागरिकों को सुविधा हो रही है।
- यह योजना समय और संसाधनों की बचत करती है।
- यह सेवा पारदर्शिता और सुविधा सुनिश्चित करती है।
- अधिक से अधिक नागरिकों को इसका लाभ मिलेगा।
- सरकार की जिम्मेदारी का प्रतीक है।
गाजियाबाद, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। गाजियाबाद क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने नागरिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ‘पासपोर्ट मोबाइल वैन’ योजना की शुरुआत की है। अब लोगों को पासपोर्ट बनवाने या उससे जुड़ी औपचारिकताओं के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। ये सुविधाएं अब सीधे उनके द्वार तक पहुँचाई जा रही हैं।
जानकारी के अनुसार, पासपोर्ट मोबाइल वैन एक चलता-फिरता पासपोर्ट कार्यालय है। इस वैन में पासपोर्ट से संबंधित सभी आवश्यक प्रक्रियाएं जैसे फोटो खींचना, बायोमेट्रिक डेटा लेना, दस्तावेजों का सत्यापन और जमा करना इत्यादि मौके पर ही पूरे किए जाते हैं। इससे आवेदकों को पासपोर्ट कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती, जिससे समय और मेहनत दोनों की बचत होती है।
हाल ही में 9 से 11 सितंबर 2025 तक यह मोबाइल वैन भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड गाजियाबाद परिसर में लगाई गई। इस विशेष शिविर का उद्घाटन 9 सितंबर को भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, गाजियाबाद के जनरल मैनेजर जितेन्द्र सिंह और क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी, भारतीय विदेश सेवा के अनुज स्वरूप ने संयुक्त रूप से किया।
इस अवसर पर दोनों अधिकारियों ने इस पहल को नागरिकों के लिए बड़ी राहत बताते हुए इसे एक सकारात्मक कदम करार दिया। क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी अनुज स्वरूप ने बताया कि विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार इस अभियान को चलाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य है कि लोगों को पासपोर्ट संबंधी सेवाएं समयबद्ध और आसान तरीके से उपलब्ध हों।
उन्होंने भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड प्रबंधन को इस आयोजन में दिए गए विशेष सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया। इस पहल का सीधा लाभ आम नागरिकों को मिल रहा है। इस तीन दिवसीय कैंप में 100 से अधिक आवेदकों ने पासपोर्ट से संबंधित कार्य पूरे कराए और सेवाओं से संतुष्टि जाहिर की। लोगों ने इस व्यवस्था की जमकर सराहना की और कहा कि सरकार वास्तव में ‘पासपोर्ट सेवाएं आपके द्वार’ की अवधारणा को साकार कर रही है।
गौरतलब है कि पासपोर्ट मोबाइल वैन का यह प्रयोग नागरिकों को समय और संसाधनों की बचत कराने के साथ-साथ पारदर्शिता और सुविधा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में ऐसे और भी शिविर आयोजित कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिलेगा।