क्या गिरिडीह की मिर्जागंज सब्जी मंडी में दो पक्षों के बीच हिंसक संघर्ष हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- गिरिडीह मंडी में हिंसक संघर्ष हुआ।
- 12 से अधिक लोग घायल हुए।
- पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया।
- स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया।
- मंडी में जाम और अव्यवस्था की समस्याएं बनी रहती हैं।
गिरिडीह, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के गिरिडीह जिले के जमुआ थाना क्षेत्र स्थित जगन्नाथडीह मिर्जागंज सब्जी मंडी में रविवार को दो समूहों के बीच एक साधारण विवाद हिंसक झड़प में बदल गया। इस संघर्ष में ईंट-पत्थर और लाठी-डंडे का उपयोग किया गया, जिसके परिणामस्वरूप 12 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें से कई की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मंडी में वाहनों की आवाजाही के दौरान जाम को लेकर दो पक्षों के बीच बहस हुई। जैसे ही बात बढ़ी, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमला कर दिया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि उपद्रवियों ने मंडी में रखी फल-सब्जियों को सड़कों पर फेंक दिया। इसके साथ ही दोनों ओर से रोड़े और पत्थर चलने लगे, जिससे बाजार में भगदड़ मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे।
अफरा-तफरी के बीच आसपास की दुकानें बंद हो गईं और क्षेत्र में दहशत फैल गई। सूचना मिलने पर जमुआ थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से दोनों पक्षों को काबू में किया। एहतियात के तौर पर इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
घायलों को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र और गिरिडीह सदर अस्पताल भेजा गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, कुछ घायलों को सिर और हाथ-पैर में गंभीर चोटें आई हैं। फिलहाल सभी की स्थिति स्थिर बताई जा रही है। घटना के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
उन्होंने मारपीट, धमकी और रंगदारी मांगने के आरोप लगाए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जमुआ थाना प्रभारी ने कहा कि हिंसा के कारणों की तहकीकात की जा रही है और दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि मिर्जागंज सब्जी मंडी में रोजाना जाम और अव्यवस्था की समस्या रहती है, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला जाता।