क्या गिरिडीह में नवविवाहिता की संदिग्ध मौत दहेज हत्या है?

सारांश
Key Takeaways
- दहेज हत्या की समस्या को समझना जरूरी है।
- पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है।
- सामाजिक जागरूकता की आवश्यकता है।
- मायके वालों को भी अपने अधिकारों के प्रति सजग रहना चाहिए।
- इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
गिरिडीह, 16 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के लच्छीबागी गांव में एक 22 वर्षीय नवविवाहिता सुमित्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। सुमित्रा की मौत के बाद उसके मायके वालों ने ससुराल वालों पर दहेज हत्या का आरोप लगाया है।
पुलिस ने मृतका के पति और सास को गिरफ्तार कर लिया है। मृतका का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। कोडरमा जिले के मसनोडीह निवासी विमला देवी की पुत्री सुमित्रा कुमारी की शादी महज दो महीने पहले बगोदर के शुभम मेहता से हुई थी।
सुमित्रा की मां ने लिखित शिकायत में यह आरोप लगाया है कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले दहेज में बाइक की मांग कर रहे थे। मांग पूरी नहीं होने पर सुमित्रा को लगातार प्रताड़ित किया जाता था। उसने अपने मायके के लोगों को इस बारे में बताया था। उन्हें लगा था कि सब कुछ सामान्य हो जाएगा। मंगलवार को उन्हें सूचना मिली कि सुमित्रा की अचानक मौत हो गई है। जब वे मौके पर पहुंचे तो उन्हें मौत के कारणों की स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई।
बगोदर थाना प्रभारी विनय कुमार यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मामला दहेज हत्या का प्रतीत हो रहा है। पुलिस ने मृतका के पति शुभम मेहता और सास मुन्नी देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
वहीं, प्राथमिकी में नामजद अन्य आरोपी ससुर पप्पू मेहता, पार्वती मोसोमात और खुशी कुमारी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। थाना प्रभारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस ने मृतका के मोबाइल और ससुराल के कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं ताकि सुमित्रा की मौत के दिन की स्थिति स्पष्ट हो सके।