क्या झारखंड के गिरिडीह में दहेज के लिए विवाहिता की हत्या हुई है?

सारांश
Key Takeaways
- दहेज
- इस तरह की घटनाएं एक बड़ी सामाजिक समस्या हैं।
- पुलिस को मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए।
- समाज को दहेज के खिलाफ मिलकर खड़ा होना होगा।
- मृतका के परिवार को उचित न्याय मिलना चाहिए।
गिरिडीह, 17 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के गिरिडीह जिले के गावां थाना क्षेत्र में बुधवार को एक विवाहिता का शव कुएं से बरामद होने से पूरे क्षेत्र में कोहराम मच गया। मृतका की पहचान बेलाखुट्टा गांव की निवासी 25 वर्षीय निशा देवी, जो पप्पू यादव की पत्नी थीं, के रूप में की गई है।
परिजनों ने आरोप लगाया है कि दहेज की मांग पूरी न होने के कारण उसकी हत्या की गई और शव को कुएं में फेंक दिया गया। सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के सहयोग से शव को बाहर निकाला। पंचनामा तैयार करने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेजा गया।
इस घटना की जानकारी मिलते ही मायके पक्ष के लोग मौके पर पहुंचे और मृतका के पति पप्पू यादव, सास अष्टमा देवी तथा अन्य के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और हत्या का मामला दर्ज कराया है। मृतका के भाई ने बताया कि 2023 में निशा की भव्य शादी की गई थी, जिसमें तीन लाख रुपये नकद, एक अपाची बाइक, जेवर और अन्य सामान दिए गए थे।
इसके बावजूद, पति और सास ने लगातार और दहेज की मांग की। मायके वालों का कहना है कि 2024 से सोने की चेन की मांग को लेकर निशा पर दबाव डाला जा रहा था और उसे रोज प्रताड़ित किया जाता था। परिजनों ने कहा कि इसी प्रताड़ना के कारण उसकी हत्या कर दी गई और शव को कुएं में फेंक दिया गया ताकि यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो।
निशा अपने पीछे 13 माह के बेटे को छोड़ गई है, जिसकी परवरिश को लेकर मायके पक्ष ने गहरी चिंता व्यक्त की है। गावां थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और आरोपों की विस्तृत जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद से गांव में तनाव का वातावरण है।