क्या झारखंड के गिरिडीह में मुहर्रम जुलूस के दौरान हादसा हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- बिजली का करंट लगने से एक व्यक्ति की मौत हुई।
- घायलों की संख्या चार है, जिनमें से दो की हालत गंभीर है।
- प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की।
- यह घटना धार्मिक जुलूसों के दौरान सुरक्षा के महत्व को दर्शाती है।
- उच्चतम बिजली तार की समस्या को ध्यान में रखना आवश्यक है।
गिरिडीह, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के गिरिडीह जिले के चाकोसिंघा गांव में रविवार को मुहर्रम के जुलूस के दौरान बिजली का करंट दौड़ने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि चार अन्य लोग घायल हो गए। घायलों में से दो की हालत गंभीर है।
घटनास्थल पर प्रशासन की टीम तुरंत पहुंची और घायलों को गिरिडीह के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
गिरिडीह के उपायुक्त रामनिवास यादव ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रशासन ने त्वरित सहायता प्रदान की।
रविवार की दोपहर, जिले के थोड़थंभा ओपी क्षेत्र में परंपरागत ताजिया के साथ जुलूस निकाला गया। जैसे ही एक बड़े ताजिया को कंधों पर उठाया गया, वह 11 हजार वोल्ट के बिजली के तार से टकरा गया। इससे ताजिया उठाने वाले लोगों को जोरदार झटका लगा और पांच-छह लोग जमीन पर गिर पड़े।
इनमें से एक व्यक्ति ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना के बाद जुलूस में अफरा-तफरी मच गई और पूरे इलाके में मातम छा गया।
यह मुहर्रम जुलूस के दौरान करंट से हादसे की पहली घटना नहीं है। पिछले वर्ष इसी जिले के जमुआ थाना क्षेत्र के चकमंजो गांव में ताजिया में करंट प्रवाहित होने से एक युवक की मौत हुई थी।
इससे पहले, वर्ष 2023 में बोकारो जिले के पेटरवार में मुहर्रम के जुलूस के दौरान हाईटेंशन बिजली के तार से ताजिया टकराने से चार लोगों की मौत हो गई थी।
झारखंड राज्य विद्युत आपूर्ति निगम ने हाल ही में धार्मिक जुलूसों के लिए गाइडलाइंस जारी की थीं, लेकिन इसके बावजूद कई क्षेत्रों में ऊँचे ताजियों के साथ मुहर्रम का जुलूस निकाला जा रहा है।