क्या गोवा पुलिस की एएनसी टीम ने फरार ड्रग तस्कर को पकड़ा?
सारांश
Key Takeaways
- गोवा पुलिस की एएनसी टीम ने आरोपी को गिरफ्तार किया।
- आरोपी के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था।
- गिरफ्तारी से ड्रग्स तस्करों को एक सख्त संदेश मिला है।
- पुलिस ने मामले की तेजी से जांच की और आरोपी को जल्दी गिरफ्तार किया।
- ऐसे अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।
पणजी, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गोवा पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल (एएनसी) ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इस टीम ने लगभग 11 करोड़ रुपए मूल्य के खतरनाक ड्रग्स (एलएसडी) के मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी को पकड़ लिया।
आरोपी का नाम विनीश वाई. के. है। वह मूल रूप से केरल का निवासी है और गोवा के बर्देज क्षेत्र के सिओलिम में निवास करता था। उसके खिलाफ इस वर्ष दर्ज क्राइम नंबर 13/2025 के अंतर्गत मामला चल रहा था। पुलिस ने इस केस में 110.70 ग्राम एलएसडी लिक्विड बरामद किया था, जिसकी बाजार कीमत लगभग 11.07 करोड़ रुपए थी।
सूत्रों के अनुसार, आरोपी घटना के बाद से फरार था। पुलिस ने उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया था। 7 दिसंबर 2025 को जब वह बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा, तो इमीग्रेशन अधिकारियों ने उसे पहचान लिया और हिरासत में ले लिया।
सूचना मिलते ही एएनसी की एक विशेष टीम तुरंत बेंगलुरु गई। टीम ने अदालत से ट्रांजिट रिमांड लिया और आरोपी को गोवा लाकर आई। सोमवार को उसे पणजी की अदालत में पेश किया गया, जहां न्यायाधीश ने आगे की जांच के लिए उसे चार दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया।
एएनसी के पुलिस इंस्पेक्टर हेमंत कुमारी और उनकी टीम की यह कार्रवाई प्रशंसा योग्य है। टीम ने दूसरे राज्य में जाकर भी आरोपी को 24 घंटे से कम समय में गोवा लाकर कानून के सामने पेश कर दिया।
यह ध्यान देने योग्य है कि गोवा में ड्रग्स तस्करी के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है। इस बड़ी गिरफ्तारी से नशीले पदार्थों के व्यापारियों को स्पष्ट संदेश मिला है कि वे फरार रहकर भी कानून की पकड़ से नहीं बच सकते।
पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि ऐसे मामलों में संलिप्त किसी भी आरोपी को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा।