गोपालगंज में प्रेमी युगल ने आत्महत्या का प्रयास क्यों किया?
सारांश
Key Takeaways
- प्रेम और पारिवारिक असहमति के गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
- पुलिस की तत्परता से जान बचाई जा सकती है।
- समाज को इस तरह की घटनाओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
गोपालगंज, 26 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के गोपालगंज से एक दुखद और भावुक कर देने वाली घटना सामने आई है। भोरे थाना क्षेत्र में एक प्रेमी युगल के आत्महत्या के प्रयास की खबर ने इलाके में खलबली मचा दी। लेकिन, पुलिस की तत्परता और समय पर चिकित्सा के कारण दोनों की जान बच गई है और उनकी स्थिति सामान्य बताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, भोरे थाना क्षेत्र के कल्याणपुर गांव के निवासी निखिल कुमार, पिता प्रमोद प्रसाद, रोजगार के सिलसिले में कर्नाटक गए थे। वहीं पर उनका एक युवती के साथ प्रेम संबंध विकसित हुआ था और दोनों ने आपसी सहमति से विवाह भी कर लिया। कुछ समय बाद निखिल कुमार युवती को वहीं छोड़कर अपने घर गोपालगंज लौट आए। बुधवार को युवती भी निखिल के घर कल्याणपुर पहुंच गई।
बताया जा रहा है कि निखिल के परिवार वालों ने युवती को घर में रहने की अनुमति नहीं दी। इसी से आहत और आक्रोशित होकर दोनों ने आत्महत्या करने का प्रयास किया। दोनों ने जहर खा लिया, जिसकी जानकारी मिलने पर परिजन घबरा गए और तुरंत पुलिस को सूचित किया। सूचना पर भोरे थाना पुलिस का दल मौके पर पहुंचा और त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, भोरे भेजा।
वहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए उन्हें सदर अस्पताल गोपालगंज रेफर कर दिया। इस मामले पर आनंद मोहन गुप्ता ने बताया कि यह प्रेमी युगल अपने परिवारजनों और जनप्रतिनिधियों के साथ थाना आया था ताकि आपसी समझ-बूझ से मामले का समाधान हो सके। इसी दौरान दोनों द्वारा जहर खा लेने की बात सामने आई।
उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार नहीं किया है और न ही उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है। दोनों की हालत अब सामान्य है और इलाज जारी है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पूरे मामले में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह सामान्य है और आगे की आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस इस बात का प्रयास कर रही है कि परिवार और दोनों पक्षों के बीच आपसी सहमति से समाधान निकाला जा सके, ताकि भविष्य में इस तरह की कोई अप्रिय घटना न हो। यह मामला प्रेम, पारिवारिक असहमति और भावनात्मक दबाव से संबंधित बताया गया है, जिस पर पुलिस संवेदनशीलता के साथ नजर बनाए हुए है।