क्या 90 के दशक की यादगार फिल्मों में 'गोपी किशन' की विशेष पहचान है? शिल्पा शिरोडकर ने साझा की अपनी यादें
सारांश
Key Takeaways
- 90 के दशक की फिल्में आज भी दर्शकों के दिलों में बसी हुई हैं।
- शिल्पा शिरोडकर ने 'गोपी किशन' में अद्भुत प्रदर्शन किया।
- फिल्म में हास्य और पंचलाइन दर्शकों पर गहरा असर डालते हैं।
- सोशल मीडिया का प्रभाव फिल्म की लोकप्रियता को और बढ़ा सकता था।
- फिल्म निर्माण के दौरान का मजेदार अनुभव सभी को याद रहता है।
मुंबई, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। 1990 का दशक हिंदी सिनेमा के लिए एक विशेष और रंगीन समय रहा है। इस दशक में कई ऐसी फिल्में बनीं, जो आज भी दर्शकों के दिलों में एक खास स्थान रखती हैं। इन्हीं में से एक 1994 में आई 'गोपी किशन' है। यह फिल्म अपनी दिलचस्प कहानी और शानदार अभिनय के लिए जानी जाती है, और आज भी लोग इसे याद करते हैं।
अभिनेत्री शिल्पा शिरोडकर ने इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई थी। इन दिनों शिल्पा अपनी नई फिल्म 'जटाधरा' के प्रचार में व्यस्त हैं। इस संदर्भ में राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि 'गोपी किशन' उनके लिए कितनी खास फिल्म है।
उन्होंने कहा, "फिल्म की शूटिंग के दौरान मुझे पूरी कहानी का पता नहीं था। मैं बस निर्देशक की बातें मानकर अपना काम करती थी और अभिनय में पूरी मेहनत लगाती थी। शूटिंग के समय यह नहीं जानते थे कि फिल्म कितनी मजेदार बनेगी और लोग इसे कैसे देखेंगे।"
शिल्पा ने कहा कि अगर उस वक्त सोशल मीडिया का थोड़ा भी प्रभाव होता, तो लोग 'गोपी किशन' को बड़े स्तर पर देखते। आज भी कई लोग इस फिल्म को टीवी और सोशल मीडिया पर देखते हैं और इसकी तारीफ करते हैं।
उन्होंने कहा, "यदि उस समय सोशल मीडिया होता, तो लोग इसे एक अलग स्तर पर देखते। लेकिन आज भी, वर्षों बाद लोग इसे देखकर खुश होते हैं। इसकी कहानी अब भी लोगों के दिलों में बसी हुई है।"
शिल्पा ने कहा, "फिल्म निर्माण के दौरान क्रू लगातार हंसती रहती थी। कभी-कभी तो उनका पेट दर्द तक हो जाता था, लेकिन कलाकारों को समझ नहीं आता था कि लोग इतनी जोर से क्यों हंस रहे हैं। उस समय के सेट पर मॉनिटर नहीं होते थे, जिससे कलाकार अपने प्रदर्शन को तुरंत नहीं देख पाते थे। फिल्म का असली मजा तब आया, जब मैंने प्रेस शो में पूरी फिल्म देखी। मुझे एहसास हुआ कि फिल्म वास्तव में बहुत अच्छी और मजेदार बनी है।"
शिल्पा ने आगे कहा कि फिल्म में जो पंचलाइन और हास्य थे, वे वास्तव में दर्शकों पर गहरा असर डाल गए। निर्देशक और पूरी टीम ने फिल्म को बहुत मेहनत से बनाया था। शूटिंग के दौरान उन्हें यह अंदाजा नहीं था कि फिल्म इतनी लोकप्रिय होगी। आज भी जब वह बाहर जाती हैं, लोग उनसे कहते हैं कि 'गोपी किशन' उनकी पसंदीदा फिल्म है और यह हमेशा यादगार रहेगी।