क्या ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का अतिक्रमण हटाओ अभियान 50 हजार वर्ग मीटर जमीन मुक्त करने में सफल रहा?

सारांश
Key Takeaways
- 50 हजार वर्ग मीटर भूमि का अतिक्रमण हटाया गया।
- प्राधिकरण ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से कार्रवाई की।
- स्थानीय निवासियों ने कार्रवाई का समर्थन किया।
- अवैध कब्जों के खिलाफ प्राधिकरण का सख्त रुख।
- भविष्य में ऐसे अभियानों की आवश्यकता।
ग्रेटर नोएडा, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने वर्क सर्कल-8 के अंतर्गत आने वाले गांव तालड़ा में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। मंगलवार को हुए इस अभियान के दौरान लगभग 50 हजार वर्ग मीटर अधिसूचित क्षेत्र को अवैध कब्जों से मुक्त कराया गया।
यह कार्रवाई प्राधिकरण के उच्च अधिकारियों की निगरानी में और स्थानीय पुलिस के सहयोग से की गई, जिससे अभियान के दौरान कोई भी बाधा उत्पन्न न हो सके।
अधिकारियों के अनुसार, तालड़ा गांव का यह क्षेत्र लंबे समय से अतिक्रमण की चपेट में था। कुछ लोगों ने यहाँ अवैध निर्माण कर लिया था, जिससे विकास कार्य प्रभावित हो रहे थे। प्राधिकरण को लगातार इस संबंध में शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।
अभियान की सफलता के लिए प्राधिकरण ने पहले से एक योजनाबद्ध रणनीति तैयार की थी। स्थानीय पुलिस बल की उपस्थिति से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत रही और किसी अप्रिय घटना का सामना नहीं करना पड़ा। भारी मशीनरी की मदद से अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया और कब्जा हटाया गया। ओएसडी एसआर. रामनयन सिंह ने कहा कि अधिसूचित क्षेत्र में किसी भी प्रकार का अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्राधिकरण ऐसे अभियानों के माध्यम से समय-समय पर भूमि को मुक्त कराएगा और उसे नियोजित विकास कार्यों में उपयोग करेगा।
स्थानीय निवासियों ने भी इस कार्रवाई का समर्थन किया और आशा व्यक्त की कि खाली कराई गई भूमि का उपयोग सार्वजनिक सुविधाओं के लिए किया जाएगा। प्राधिकरण के अधिकारियों ने लोगों से अनुरोध किया कि वे अधिसूचित क्षेत्रों में अवैध निर्माण से बचें, अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस कार्रवाई के माध्यम से न केवल 50 हजार वर्ग मीटर भूमि मुक्त हुई, बल्कि प्राधिकरण का स्पष्ट संदेश भी गया कि अवैध कब्जा किसी भी स्थिति में सहन नहीं किया जाएगा।
अभियान का नेतृत्व ओएसडी एसआर. रामनयन सिंह और जीएम एसआर. एके सिंह ने किया। इस दौरान वरिष्ठ प्रबंधक नागेंद्र सिंह, नरोत्तम सिंह, रतिक, प्रभात शंकर, प्रबंधक राकेश बाबू, स्वतंत्र वर्मा, मिथलेश कुमार, बृजेन्द्र कुशवाह, सहायक प्रबंधक डीपी. श्रीवास्तव, रामकिशन समेत वर्क सर्कल-8 के सभी तकनीकी और फील्ड सुपरवाइजर मौजूद रहे।