क्या ग्रेटर नोएडा में निजी कंपनी के बेसमेंट में लगी आग से बड़ा हादसा टल गया?

सारांश
Key Takeaways
- आग लगने की तात्कालिक सूचना पर दमकल गाड़ियों को भेजा गया।
- सुरक्षा उपकरणों की महत्ता को समझना आवश्यक है।
- स्थानीय लोगों का सहयोग भी महत्वपूर्ण था।
- फायर विभाग ने सुरक्षा ऑडिट की सलाह दी है।
ग्रेटर नोएडा, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक 3 थाना क्षेत्र में उद्योग केंद्र प्रथम के प्लॉट नंबर 315 में स्थित एक निजी कंपनी के बेसमेंट में अचानक आग लग गई। आग लगने की सूचना मिलते ही फायर स्टेशन ईकोटेक-III से तुरंत एक दमकल गाड़ी को मौके पर भेजा गया।
जब दमकल की टीम घटनास्थल पर पहुंची, तो उन्होंने देखा कि आग तेजी से फैल चुकी है और इसकी स्थिति काफी गंभीर हो गई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, अन्य स्टेशनों से अतिरिक्त दमकल गाड़ियों की मदद मांगी गई। कुछ ही समय में जनपद के विभिन्न फायर स्टेशनों से कुल पांच दमकल वाहन मौके पर पहुंचे।
फायर कर्मियों ने बिना समय गंवाए आग बुझाने का अभियान तेज किया। बेसमेंट में घने धुएं के कारण बचाव कार्य में कठिनाई आई, लेकिन फायर टीम ने सुरक्षा उपकरणों के साथ साहसिकता से अंदर प्रवेश कर आग को बुझाने का प्रयास जारी रखा।
लगभग चार घंटे की मेहनत और संयुक्त प्रयासों के बाद आग को पूरी तरह से नियंत्रित कर लिया गया। यह सुखद खबर है कि इस हादसे में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। हालाँकि, आग के कारण बेसमेंट में रखे सामान और मशीनरी को नुकसान पहुंचा।
फायर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, शॉर्ट सर्किट इसकी वजह हो सकता है, लेकिन जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। स्थानीय लोगों ने भी आग बुझाने में फायर कर्मियों की मदद की, और समय रहते अधिक गाड़ियां बुलाने से एक बड़ा हादसा टल गया।
फायर विभाग ने सभी औद्योगिक इकाइयों को चेतावनी जारी करते हुए कहा कि वे अग्निशमन यंत्रों को अपडेट रखें और समय-समय पर सुरक्षा ऑडिट अनिवार्य रूप से कराएं।