क्या ग्रेटर नोएडा में पंचायत के दौरान गोलियां चलने से दो लोगों की मौत हो गई?

सारांश
Key Takeaways
- बड़ी पंचायतों में तनाव बढ़ने पर ध्यान देना चाहिए।
- स्थानीय विवादों का निपटारा सुरक्षित तरीके से किया जाना चाहिए।
- पुलिस को तत्पर रहना चाहिए ताकि ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई की जा सके।
- गांवों में शांति और सुरक्षा के लिए अतिरिक्त उपायों की आवश्यकता है।
- समाज में बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए सामुदायिक प्रयासों की आवश्यकता है।
ग्रेटर नोएडा, 20 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा के थाना जारचा क्षेत्र के सैथली गांव में उस समय हड़कंप मच गया जब एक स्थानीय पंचायत के बीच अचानक गोलियों की आवाज सुनाई दी। नाली के पानी को लेकर शुरू हुआ एक साधारण विवाद चंद क्षणों में एक खूनी मुठभेड़ में बदल गया, जिसमें दो व्यक्तियों की मौके पर ही जान चली गई, जबकि तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
इस घटना के बाद गांव में तनावअनुप भाटी पुत्र बलवीर ने थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उनके परिवार और गांव के कुछ अन्य लोगों के बीच नाली से पानी निकालने को लेकर पुराना विवाद चल रहा था।
मामले को सुलझाने के लिए पंचायत बुलाई गई थी। पंचायत के दौरान कहासुनी बढ़ गई और देखते ही देखते आरोपियों प्रिन्स भाटी पुत्र बृजपाल, बोबी तोंगड निवासी आनन्दपुर और मनोज नागर ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में अनुप भाटी के भतीजे दिपांशु भाटी (21) और भाई अजयपाल भाटी (55) को गोलियां लगीं, जो मौके पर ही दर्दनाक तरीके से मारे गए। वहीं, तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तत्काल पुलिस की मदद से नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घटना की सूचना मिलते ही थाना जारचा पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। पुलिस के अनुसार वर्तमान में गांव में शांति व्यवस्था कायम है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और पंचायतनामा भरने की प्रक्रिया जारी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने चार टीमों का गठन किया है और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
स्थिति को देखते हुए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके। फिलहाल पूरा गांव शोक और तनाव के माहौल में है, जबकि पुलिस दावा कर रही है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक कार्रवाई की जाएगी।