क्या ग्रेनो प्राधिकरण ने बिसरख डूब क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की?

सारांश
Key Takeaways
- ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बिसरख डूब क्षेत्र में अतिक्रमण हटाया।
- लगभग 25 हजार वर्ग मीटर भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया गया।
- अवैध प्लॉटिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
- प्राधिकरण ने लोगों को भूमि खरीदने से पहले सलाह दी है।
- भूमाफिया के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जा रही है।
ग्रेटर नोएडा, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने अधिसूचित क्षेत्र में अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। प्राधिकरण ने बिसरख के डूब क्षेत्र में अतिक्रमण के खिलाफ बुधवार को बुलडोजर चलाया।
प्राधिकरण ने लगभग 25 हजार वर्ग मीटर भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवा लिया है। कालोनाइज़र डूब क्षेत्र में अवैध प्लॉटिंग करने का प्रयास कर रहे थे। ग्रेनो प्राधिकरण के एसीईओ सुमित यादव ने अतिक्रमण करने वालों को चेतावनी दी है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में अनुमति के बिना या बिना नक्शा पास कराए अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एसीईओ ने जनता से अपील की है कि ग्रेटर नोएडा में कहीं भी भूमि खरीदने से पहले प्राधिकरण से संपर्क कर पूरी जानकारी जरूर लें। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जीएम एके सिंह ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के बिसरख गांव के डूब क्षेत्र (खसरा संख्या-112 व 113) की लगभग 25 हजार वर्ग मीटर भूमि पर कालोनाइज़र अवैध कॉलोनी काटने की कोशिश कर रहे थे। यह भूमि प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में है।
बुधवार को जीएम एके सिंह सहित ओएसडी रामनयन सिंह, वर्क सर्किल तीन के प्रभारी राजेश निम और नागेंद्र सिंह, प्रबंधक रोहित गुप्ता, पुलिस-प्रशासन और पीएसी की मौजूदगी में इन खसरा नंबरों की भूमि पर हुए अतिक्रमण को ढहा दिया गया। प्राधिकरण की तरफ से तीन जेसीबी और दो डंपर का इस्तेमाल कर अवैध निर्माण को तोड़ दिया गया। यह कार्रवाई लगभग दो घंटे तक चली। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण लगातार ऐसे अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई कर रहा है और ऐसे भूमाफिया को चिन्हित कर उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवा रहा है।