क्या जीएसटी दरों में कटौती से फेस्टिव सीजन में लोगों को लाभ मिलेगा?

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी दरों में कटौती से आवश्यक वस्तुएं सस्ती होंगी।
- त्योहारों में बढ़ेगी खरीदारी की रौनक।
- आर्थिक विकास को मिलेगी नई दिशा।
- भाजपा जागरूकता शिविरों के माध्यम से लोगों को जानकारी देगी।
- मध्यम और निम्न-आय वर्ग के लिए राहत का अवसर।
लाहौल-स्पीति, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। नवरात्र और आगामी फेस्टिव सीजन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम जनता को एक महत्वपूर्ण राहत दी है। केंद्र सरकार ने दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुओं पर जीएसटी की दरों में बड़े पैमाने पर कटौती की घोषणा की है। नए निर्णय के अनुसार, जीएसटी दरें 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत में घटाई गई हैं। इस निर्णय से आवश्यक वस्तुएं सस्ती होंगी, जिसका सीधा लाभ हर भारतीय परिवार को मिलेगा। इस कदम से त्योहारी सीजन में बाजारों में रौनक बढ़ने और आम लोगों की जेब पर बोझ कम होने की उम्मीद है।
हिमाचल प्रदेश भाजपा इकाई के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने इस निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह कदम त्योहारों के मौके पर जनता के लिए किसी उपहार से कम नहीं है।
उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार का यह निर्णय आम लोगों के लिए वरदान साबित होगा। इससे हर भारतीय परिवार त्योहारों को अधिक उत्साह और सुकून के साथ मना सकेगा। जीएसटी दरों में कटौती से न केवल उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी, बल्कि बाजारों में भी तेजी आएगी।”
रवि ठाकुर ने बताया कि भाजपा की लाहौल-स्पीति इकाई द्वारा केलांग, उदयपुर और काजा जैसे प्रमुख व्यापारिक केंद्रों में जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों के माध्यम से लोगों को संशोधित जीएसटी दरों की जानकारी दी जाएगी, ताकि वे इसका अधिकतम लाभ उठा सकें।
उन्होंने कहा, “भाजपा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को इस राहत के बारे में जागरूक करेंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सरकार के इस कदम का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचे।”
उन्होंने आगे कहा कि जीएसटी दरों में कमी का यह कदम सरकार के सुधारवादी और जन-केंद्रित दृष्टिकोण को दर्शाता है। सरकार का यह कदम न केवल त्योहारी सीजन में लोगों को लाभ देगा, बल्कि आर्थिक विकास को भी नई दिशा प्रदान करेगा।
उन्होंने जोर देकर कहा, “आर्थिक क्षेत्र में सरकार के सुधारवादी कदमों से पारदर्शिता बढ़ेगी। नवरात्रि, दशहरा और दीपावली जैसे त्योहारों के मौके पर यह निर्णय स्वदेशी सामानों की बिक्री को बढ़ावा देगा, जिससे बाजार में नया उत्साह और बूम देखने को मिलेगा। इस कटौती से विशेष रूप से मध्यम वर्ग और निम्न-आय वर्ग के परिवारों को त्योहारी खरीदारी में राहत मिलेगी। साथ ही, व्यापारियों को भी उम्मीद है कि सस्ती वस्तुओं से मांग बढ़ेगी, जिससे अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।