क्या जीएसटी में सुधार देश के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा? : श्याम बिहारी जायसवाल

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी स्लैब को चार से घटाकर दो किया गया है।
- मेडिकल सेक्टर में जीएसटी पूरी तरह हटा दी गई है।
- कृषि उपकरणों पर जीएसटी 12% से घटाकर 5% की गई है।
- डेयरी उत्पादों पर जीएसटी कम होने से कीमतें सस्ती होंगी।
- ये सुधार सीधे तौर पर अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे।
रायपुर, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों को एक ऐतिहासिक कदम और देश के लिए मील का पत्थर बताया है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि जीएसटी स्लैब में ये सुधार छोटे, मध्यम और बड़े व्यापारियों के साथ-साथ उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ा राहत पैकेज है। जीएसटी स्लैब को चार (5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत) से घटाकर दो (5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत) करने से व्यापारियों को अनुपालन में सरलता मिलेगी और कर बोझ कम होगा।
उन्होंने कहा कि जो टैक्स दो स्लैब में आया है, यह व्यापारियों के लिए वरदान है कि वे पहले चार स्लैब में भुगतान करते थे, अब उन्हें दो स्लैब में भुगतान करना होगा।
मंत्री ने कहा कि जीएसटी में सुधार होने से सीधे तौर पर लोगों को लाभ होगा। मेडिकल सेक्टर में राहत मिली है। स्वास्थ्य और जीवन बीमा प्रीमियम पर जीएसटी पूरी तरह हटा दी गई है। 33 जीवन रक्षक दवाइयों, विशेष रूप से कैंसर की दवाइयों को टैक्स-मुक्त किया गया है। मेडिकल उपकरणों जैसे पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी किट, ऑक्सीजन सिलेंडर, और रीजेंट पर जीएसटी को 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया गया है।
उन्होंने कहा कि कृषि और डेयरी सेक्टर में भी लाभ होगा। कृषि उपकरणों और ट्रैक्टरों पर जीएसटी 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत की गई है, जिससे छत्तीसगढ़ सहित देशभर के किसानों को लाभ होगा।
डेयरी उत्पादों (जैसे दूध, पनीर) पर जीएसटी स्लैब कम होने से उत्पाद सस्ते होंगे। जिसका लाभ सीधे तौर पर आम लोगों को होने वाला है।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों का लिया गया निर्णय देश की अर्थव्यवस्था को अधिक मज़बूत करने के साथ कर व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी, सरल और जनहितैषी बनाएगा। इससे व्यापारियों, उद्यमियों और आम जनता, सभी को लाभ मिलेगा। यह निर्णय आर्थिक विकास को गति देगा एवं भारत की प्रगति को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा।