क्या गुजरात के बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत सामग्री भेजी गई?

सारांश
Key Takeaways
- बनासकांठा में बाढ़ की स्थिति गंभीर है।
- राज्य मंत्री ने राहत सामग्री भेजी है।
- सांसद गेनीबेन ठाकोर की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए गए हैं।
- मुख्यमंत्री आज सुईगाम का दौरा करेंगे।
- विधायकों ने राहत कार्य में अपना योगदान दिया है।
बनासकांठा, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के बनासकांठा जिले में बाढ़ की स्थिति अत्यंत गंभीर बनी हुई है। राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने पालनपुर कलेक्ट्रेट से सुइगाम के बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत सामग्री से भरे दो ट्रक रवाना किए हैं। इन ट्रकों में कुल 3300 किट भेजी गईं हैं, जिनका वजन प्रत्येक 15 किलोग्राम है।
राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा, "मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जिले का दौरा कर स्थिति का आकलन किया है और सभी जिलाधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। जिलाधिकारी के माध्यम से राहत कार्य सुचारू रूप से चल रहा है।"
उन्होंने यह भी बताया कि जहां हालत गंभीर थी, वहां के लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है। 296 गांवों में बिजली की आपूर्ति ठप थी, उसे भी सुधार कर लिया गया है। जहां अब भी बिजली नहीं आई है, वहां बिजली विभाग के कर्मचारी जुटे हुए हैं और जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा।
विश्वकर्मा ने कहा, "अभी तक जिन क्षेत्रों में सर्वेक्षण नहीं हुआ था, वह आज शुरू हो गया है। जहां भी राहत सामग्री की आवश्यकता है, वह जिलाधिकारी, विधायक और एनजीओ के माध्यम से भेजी जा रही है।"
मंत्री ने बनासकांठा की सांसद गेनीबेन ठाकोर पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "जब राज्य सरकार, विधायक और विभिन्न सेवा संगठन बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता के लिए सामने आ रहे हैं, ऐसे समय में सांसद गेनीबेन कांग्रेस अधिवेशन में व्यस्त हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "गेनीबेन ठाकोर अभी तक उन लोगों की मदद नहीं कर पाई हैं जिन्होंने उन्हें वोट दिया था। उनके पास गुजरात के लोगों से मिलने का समय नहीं है, लेकिन कांग्रेस अधिवेशन में जाने का समय है।"
मंत्री ने यह भी कहा कि जब लोग बाढ़ में डूबे हुए हैं और भोजन के लिए तरस रहे हैं, तब गेनीबेन ठाकोर कांग्रेस अधिवेशन में कार्यकर्ताओं को सबक सिखा रही हैं। मंत्री ने इस पर अफसोस जताया कि बनासकांठा की जनता इसे कभी नहीं भूलेगी।
इस बीच, सीमावर्ती सुईगाम जिले में लगातार छठे दिन बारिश जारी है, जिससे लोगों की समस्याएं बढ़ गई हैं। इस स्थिति का आकलन करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल आज स्वयं सुईगाम जाएंगे। वह बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करके राहत कार्यों की समीक्षा करेंगे।
राहत कार्यों में सहयोग के लिए विधानसभा अध्यक्ष और कई विधायकों ने अपना वेतन दान किया है, जबकि बनासकेरी के कर्मचारियों ने भी सहायता के लिए अपना वेतन दिया है।