क्या वडोदरा में पेट्रोल-डीजल चोरी के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- वडोदरा में पेट्रोल-डीजल चोरी का भंडाफोड़
- चार आरोपियों की गिरफ्तारी
- बड़ी मात्रा में चोरी का ईंधन जब्त
- स्थानीय प्रशासन की चुनौती
- सख्त प्रवर्तन की आवश्यकता
वडोदरा, २४ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात पुलिस के स्टेट मॉनिटरिंग सेल (एसएमसी) ने वडोदरा के जवाहर नगर पुलिस स्टेशन की सीमा में एक बड़े पैमाने पर चल रहे पेट्रोल और डीजल चोरी के रैकेट का खुलासा किया है।
एक गुप्त सूचना के आधार पर अधिकारियों ने अम्मा रोडवेज परिवहन कार्यालय के निकट एक खुले प्लॉट पर छापा मारा, जहाँ कथित तौर पर चोरी का ईंधन निकाला, संग्रहीत किया और अवैध रूप से बेचा जा रहा था।
इस कार्रवाई में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें मुख्य अपराधी फतेहगंज निवासी शकील समनभाई रंगवाला भी शामिल है, जिसका पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड बताया जा रहा है।
छापे के दौरान एसएमसी ने १८.४८ लाख रुपए मूल्य के पेट्रोल और डीजल, नकदी, मोबाइल फोन, वाहन और एक टैंकर जब्त किए, जिससे कुल जब्ती ४४.२५ लाख रुपए हो गई। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान अवैध व्यापार में शामिल कर्मचारियों और ड्राइवरों के रूप में हुई है।
स्टेट मॉनिटरिंग सेल के पुलिस निरीक्षक पीपी ब्रह्मभट्ट के नेतृत्व में की गई इस छापेमारी ने एक बार फिर स्थानीय पुलिस की सतर्कता पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि यह अवैध धंधा एक व्यस्त इलाके में खुलेआम चल रहा था। पिछली कार्रवाइयों के बावजूद, ईंधन चोरी माफिया वडोदरा में बेखौफ होकर अपनी गतिविधियां जारी रखे हुए हैं, जिससे कड़े प्रवर्तन और कड़ी निगरानी की आवश्यकता उजागर होती है।
ईंधन चोरी में नगरपालिका और औद्योगिक वाहनों से चुराया गया डीजल और टैंकरों से चुराया गया पेट्रोल और डीजल शामिल हैं।
जुलाई में वडोदरा में अधिकारियों ने एक प्रमुख तेल कंपनी के टैंकरों से ईंधन चोरी करने वाले एक गिरोह में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया और लगभग ९,००० लीटर डीजल और पेट्रोल जब्त किया।
इससे पहले मोरबी जिले में, खड़े वाहनों से ३३० लीटर डीजल चुराने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ था, जिसमें चार गिरफ्तारियां हुईं और ३.६१ लाख रुपए का माल बरामद हुआ।
राज्य की नियामक मशीनरी भी इस पर ध्यान दे रही है।