क्या पीएम मोदी के 75वें जन्मदिन पर 10 लाख पेड़ों का 'नमो वन' समर्पित किया गया?: सीएम भूपेंद्र पटेल

सारांश
Key Takeaways
- 10 लाख वृक्षारोपण का कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है।
- गुजरात में हरित क्षेत्र का विकास प्राथमिकता है।
- ग्लोबल वार्मिंग के खिलाफ पेड़ लगाना आवश्यक है।
- कोविड काल में पर्यावरण की अहमियत बढ़ी है।
- 'कैच द रेन' अभियान जल संरक्षण को बढ़ावा देता है।
मोरबी, 17 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के मौके पर गुजरात के मोरबी शहर में मोरबी बांध के निकट 10 लाख पेड़ों से निर्मित 'नमो वन' का उद्घाटन मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने किया। यह पर्यावरणीय परियोजना गुजरात सरकार के वन विभाग, मोरबी पांजरा पोल ट्रस्ट और सद्भावना ओल्ड एज होम के सहयोग से आयोजित की गई।
'नमो वन' को जोधपुर नदी के किनारे स्थापित किया गया है, जो भविष्य में हरियाली और ऑक्सीजन का एक महत्वपूर्ण स्रोत बनेगा।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सभा में कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन पर मोरबी से विशेष और अनोखी शुभकामनाएं दी गई हैं। ग्लोबल वार्मिंग पर सभी चर्चा करते हैं, लेकिन इसका समाधान केवल बातें करने से नहीं, बल्कि पेड़ लगाने से होगा। गुजरात हरित क्षेत्र में देश में पहले स्थान पर है और इसे बढ़ाने में सरकार जनता के साथ मिलकर काम करेगी।"
उन्होंने यह भी कहा कि कोविड काल ने हमें पर्यावरण और ऑक्सीजन की असली महत्वता समझा दी है। बदलते मौसम और बारिश के असंतुलन के पीछे ग्लोबल वार्मिंग की भूमिका है। ऐसे में वर्षा जल संचयन और हरित पट्टी को बढ़ावा देना आज की सबसे बड़ी जरूरत है।
सरकार ने 'कैच द रेन' अभियान के तहत सभी विधायकों को 50 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि भी उपलब्ध कराई है ताकि वर्षा जल संरक्षण के कार्य तेजी से किए जा सकें।
इस अवसर पर 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत वृक्षारोपण भी किया गया। मुख्यमंत्री ने इस परियोजना से जुड़े सभी को बधाई दी और कहा कि यह कार्य प्रकृति की सेवा का बेहतरीन उदाहरण है।
सीएम भूपेंद्र पटेल ने अपने आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट में लिखा, "गुजरात सरकार के वन विभाग ने मोरबी पंजरापोल ट्रस्ट और सद्भावना वृद्धाश्रम के साथ मिलकर जोधपुर नदी के किनारे 10 लाख वृक्षारोपण अभियान का उद्घाटन किया है। यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि इस पर्यावरण संरक्षण परियोजना का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर हुआ। इस अवसर पर 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत वृक्षारोपण किया गया। इस प्रकृति सेवा कार्य से जुड़े सभी लोगों को बधाई।"