क्या गुजरात में ३१ अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस का भव्य समारोह होगा?

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क्या गुजरात में ३१ अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस का भव्य समारोह होगा?

सारांश

गुजरात के एकता नगर में ३१ अक्टूबर को होने वाले राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में सरदार पटेल की १५०वीं जयंती मनाई जाएगी। इस भव्य आयोजन में परेड, सांस्कृतिक कार्यक्रम और महिला पुलिसकर्मियों का प्रदर्शन शामिल होगा। जानिए इस विशेष पर्व के महत्व और समारोह की विशेषताएँ।

Key Takeaways

  • राष्ट्रीय एकता दिवस ३१ अक्टूबर को मनाया जाता है।
  • सरदार वल्लभभाई पटेल की १५०वीं जयंती का उपलक्ष्य।
  • समारोह में परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल होंगे।
  • महिला पुलिस कर्मियों की भागीदारी के साथ गार्ड ऑफ ऑनर।
  • परेड में शामिल बलों में बीएसएफ, सीआरपीएफ, और अन्य शामिल हैं।

नई दिल्ली, २४ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ३१ अक्टूबर को गुजरात के एकता नगर में राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर एक भव्य समारोह की योजना बनाई है। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य सरदार वल्लभभाई पटेल की १५०वीं जयंती के उपलक्ष्य में सद्भावना और देशभक्ति की भावना को उजागर करना है।

एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि यह दिवस भारत की एकता, अखंडता और राष्ट्रीय एकजुटता को प्रदर्शित करता है, और पटेल द्वारा ५६२ रियासतों को एकजुट करने की महत्वपूर्ण भूमिका को श्रद्धांजलि अर्पित करता है।

इस साल के समारोह में एक भव्य परेड और सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन किया जाएगा। बयान में कहा गया है कि परेड के दौरान, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और राज्य पुलिस बल अपने कौशल, अनुशासन और वीरता का प्रदर्शन करेंगे।

इस वर्ष की राष्ट्रीय एकता दिवस परेड में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के अलावा असम, त्रिपुरा, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, जम्मू और कश्मीर, केरल, आंध्र प्रदेश, और एनसीसी के पुलिस बल भी शामिल होंगे।

परेड में घुड़सवार और ऊंट सवार टुकड़ियां, देशी नस्ल के कुत्तों का प्रदर्शन, विभिन्न मार्शल आर्ट और निहत्थे युद्ध अभ्यास भी होंगे।

इस परेड में महिला पुलिस अधिकारियों और कर्मियों की भागीदारी मुख्य आकर्षण होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर देने वाली महिला अधिकारी होंगी।

बयान में कहा गया है कि सीआईएसएफ और सीआरपीएफ की महिला कर्मी मार्शल आर्ट और निहत्थे युद्ध अभ्यास प्रस्तुत करेंगी, जो भारत की बेटियों की ताकत और साहस का प्रतीक होगा।

इस वर्ष की परेड में बीएसएफ के भारतीय नस्ल के कुत्ते, गुजरात पुलिस के घुड़सवार दस्ते, असम पुलिस के मोटरसाइकिल डेयरडेविल शो, और बीएसएफ के ऊंट दस्ते और ऊंट घुड़सवार बैंड का एक मार्चिंग दस्ता भी शामिल होगा, जो प्रमुख आकर्षण होंगे।

परेड को और भी भव्य बनाने के लिए, बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, एसएसबी, दिल्ली पुलिस, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और जम्मू-कश्मीर के ब्रास बैंड भी भाग लेंगे।

इस वर्ष, परेड में सीआरपीएफ के पाँच शौर्य चक्र विजेता और बीएसएफ के १६ वीरता पदक विजेता शामिल होंगे। इन बहादुर जवानों ने झारखंड में नक्सल विरोधी अभियानों और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में अद्वितीय साहस का परिचय दिया। बीएसएफ के जवानों ने पश्चिमी सीमा पर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी वीरता का प्रदर्शन किया।

परेड के साथ-साथ, संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में ९०० कलाकार भारत के शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत करेंगे, जो हमारी संस्कृति और राष्ट्रीय एकता की विविधता को उजागर करेंगे।

Point of View

मैं मानता हूँ कि इस प्रकार के उत्सव हमें एकता और अखंडता के मूल्य को समझने और आत्मसात करने का अवसर प्रदान करते हैं। हमें हमेशा देश की एकता के लिए तत्पर रहना चाहिए।
NationPress
25/10/2025

Frequently Asked Questions

राष्ट्रीय एकता दिवस क्यों मनाया जाता है?
राष्ट्रीय एकता दिवस का उद्देश्य सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को मनाना और भारत की एकता और अखंडता को बढ़ावा देना है।
इस वर्ष का समारोह कब और कहाँ होगा?
इस वर्ष का समारोह ३१ अक्टूबर को गुजरात के एकता नगर में आयोजित किया जाएगा।
परेड में कौन-कौन से बल शामिल होंगे?
परेड में बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ और अन्य राज्य पुलिस बल शामिल होंगे।
क्या इस समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा?
हाँ, समारोह में ९०० कलाकारों द्वारा शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा।
महिला पुलिस कर्मियों की भागीदारी का महत्व क्या है?
महिला पुलिस कर्मियों की भागीदारी समाज में समानता और शक्ति का प्रतीक है।