गुजरात में महिला सशक्तीकरण मेले का आयोजन? विधायक ने पर्यटकों से क्या अपील की?
सारांश
Key Takeaways
- महिला सशक्तीकरण के लिए मेले का आयोजन।
- स्थानीय उत्पादों के समर्थन की अपील।
- डांग जिले की महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं।
- स्वदेशी उत्पादों की खरीदारी का महत्व।
- स्थानीय समूहों का सहयोग।
डांग, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी 'आह्वान' पर गुजरात के डांग जिले में रविवार को 'वोकल फॉर लोकल' और 'हर घर स्वदेशी' अभियान के अंतर्गत महिला सशक्तीकरण मेले का आयोजन किया गया। यह मेला ग्रामीण विकास विभाग द्वारा आयोजित किया गया है और तीन दिनों तक चलेगा। इस मेले में स्वदेशी उत्पादों के 60 से अधिक स्टॉल और स्थानीय समूहों के स्टॉल भी लगाए गए हैं।
इस मेले में महिलाओं द्वारा निर्मित हस्तशिल्प और खाद्य पदार्थों की बिक्री की जाएगी। इस भव्य मेले का उद्घाटन डांग विधानसभा के विधायक विजय पटेल ने किया।
विजय पटेल ने महिलाओं द्वारा संचालित लगभग 60 स्टॉलों का दौरा किया और 'वोकल फॉर लोकल' के महत्व पर जोर देते हुए स्थानीय लोगों और पर्यटकों से इन स्टॉलों से घर की सजावट के लिए बने हस्तशिल्प और डांग के प्राकृतिक अनाजों से बने विभिन्न खाद्य पदार्थों की खरीदारी करने का आग्रह किया।
इस कार्यक्रम में उन महिलाओं को लखपति दीदी के रूप में सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से सफलता हासिल की और सरकार की मदद से करोड़पति बनीं।
उन्होंने बताया कि 'हर घर स्वदेशी' मेले के तहत डांग जिले में सशक्त नारी मेला का आयोजन किया गया। जिलेभर से भारी संख्या में महिलाओं ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि मेले में 60 से अधिक स्टॉल लगाए गए। यह मेला महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से एक प्रमुख पहल है। पर्यटन और प्रवासियों को अपील है कि वे यहां आएं और स्वदेशी उत्पाद की खरीदारी करें। पीएम मोदी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में स्वदेशी अपनाने की अपील की है। भारत के लोग स्वदेशी उत्पाद खरीदते हैं तो देश का पैसा देश में रहेगा और भारत और शक्तिशाली बनेगा।
योगिताबेन (लखपति दीदी) ने कहा कि इस कार्यक्रम में हमें सम्मानित किया गया। हमें बहुत अच्छा लगता है कि हम आत्मनिर्भर हो रहे हैं। हम अपने बच्चों का पालन-पोषण खुद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज हमें कार्यक्रम में जो यह प्रमाण पत्र मिला है, उससे हमें सीख मिलती है कि हम खुद पर निर्भर हैं। इस तरह के मेले का आयोजन होते रहना चाहिए। मैं अन्य लोगों से भी अपील करूंगी कि वे भी इस मेले में जरूर आएं।