क्या गुजरात राज्य योग बोर्ड के कोच व ट्रेनर्स का प्रथम दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ?

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क्या गुजरात राज्य योग बोर्ड के कोच व ट्रेनर्स का प्रथम दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ?

सारांश

गुजरात राज्य योग बोर्ड का प्रथम दीक्षांत समारोह गांधीनगर में आयोजित हुआ। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने योग और ध्यान की महत्ता पर जोर देते हुए इसे स्वस्थ समाज निर्माण का माध्यम बताया। जानें इस समारोह में क्या खास रहा और मुख्यमंत्री ने क्या संदेश दिया।

Key Takeaways

  • योग और ध्यान का महत्व
  • स्वस्थ समाज का निर्माण
  • आयुष्यमान भारत योजना का लाभ
  • प्रधानमंत्री द्वारा योग को दी गई वैश्विक मान्यता
  • योग प्रशिक्षकों का योगदान

गांधीनगर, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार को योग साधना और ध्यान की प्राचीन परंपरा को एक स्वस्थ और संतुलित समाज के निर्माण के लिए एक जन आंदोलन बनाने का आह्वान किया। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्धारित ‘विकसित भारत @ 2047’ के लक्ष्य को मन की शांति और स्वस्थ जीवनशैली के साथ ध्यान और योग के माध्यम से ही समाज और राष्ट्र निर्माण द्वारा हासिल किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने अध्यक्षता करते हुए गुजरात राज्य योग बोर्ड के कोच और योग प्रशिक्षकों के पहले दीक्षांत समारोह और विश्व ध्यान दिवस समारोह को संबोधित किया।

उन्होंने योग प्रशिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि योग शारीरिक शक्ति को बढ़ावा देता है और ध्यान मन की एकाग्रता को सुधारता है। योग करने की क्षमता का संचय ध्यान से प्राप्त होने वाली मजबूत निर्णय शक्ति द्वारा होता है।

मुख्यमंत्री ने ध्यान को भारत की प्राचीन परंपरा से उपजा एक वरदान बताते हुए कहा कि आज के तेज और तनावपूर्ण समय में मानसिक शांति के लिए यह उतना ही महत्वपूर्ण है।

पटेल ने कहा कि भारत दुनिया को आध्यात्मिक मार्गदर्शन देने वाला देश है। उन्होंने गर्व से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को वैश्विक मान्यता दिलाई है, जिसके परिणामस्वरूप 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मनाया जाता है।

उन्होंने जोड़ा कि प्रधानमंत्री ने योग को स्वास्थ्य रक्षा का पारंपरिक सरल हिस्सा बताते हुए नियमित योग, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से रोग-बीमारी से मुक्त रहने का उपाय सुझाया है।

उन्होंने ‘आयुष्यमान भारत’ योजना की भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना में योग के माध्यम से स्वास्थ्य रक्षा के बावजूद यदि किसी को गंभीर बीमारी हो जाए तो उसके उपचार के लिए प्रधानमंत्री द्वारा ‘आयुष्मान भारत’ योजना उपलब्ध कराई गई है।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग में योग और ध्यान बिना किसी खर्च या दुष्प्रभाव के एकाग्रता, निर्णय शक्ति और आंतरिक शांति बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने योग प्रशिक्षकों को प्रमाण पत्र प्रदान किए।

योग बोर्ड के अध्यक्ष शीशपालजी राजपूत ने योग बोर्ड की गतिविधियों, उनकी प्रासंगिकता और योग के माध्यम से स्वस्थ राज्य से स्वस्थ राष्ट्र निर्माण में योग प्रशिक्षकों की भूमिका की जानकारी देते हुए सभी का स्वागत किया।

इस अवसर पर गांधीनगर की महापौर मीराबेन पटेल, विधायक रीटाबेन पटेल, हिमालयन समर्पण मेडिटेशन के गुजरात प्रांत के पदाधिकारी, योग ट्रेनर्स और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।

Point of View

बल्कि यह सरकार की स्वास्थ्य और कल्याण की योजनाओं का हिस्सा भी है। योग और ध्यान को भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हुए, यह आवश्यक है कि हम इसे समाज में विस्तारित करें।
NationPress
22/12/2025

Frequently Asked Questions

इस समारोह में कौन-कौन उपस्थित थे?
इस समारोह में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, महापौर मीराबेन पटेल, विधायक रीटाबेन पटेल और कई योग ट्रेनर्स उपस्थित थे।
विश्व योग दिवस कब मनाया जाता है?
विश्व योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वैश्विक मान्यता प्राप्त है।
योग का क्या महत्व है?
योग शारीरिक शक्ति को बढ़ाता है और ध्यान मानसिक शांति और एकाग्रता में सहायक होता है।
आयुष्यमान भारत योजना क्या है?
यह योजना स्वास्थ्य रक्षा के लिए है, जिसमें गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए सहायता प्रदान की जाती है।
योग प्रशिक्षकों को प्रमाणपत्र क्यों दिए गए?
यह प्रमाणपत्र योग प्रशिक्षकों के योगदान और उनकी योग्यता को मान्यता देने के लिए दिए गए।
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