क्या गुलाबराव पाटिल ने ठाकरे ब्रदर्स पर तंज कसा है?

सारांश
Key Takeaways
- गुलाबराव पाटिल ने ठाकरे भाइयों के एक साथ आने पर निजी मामला बताया।
- राज ठाकरे पर भी उनकी टिप्पणी महत्वपूर्ण थी।
- उद्धव ठाकरे पर निशाना साधने के उनके शब्द ध्यान आकर्षित करते हैं।
जलगांव, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र में ठाकरे ब्रदर्स के एक साथ आने को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। इस संदर्भ में शिवसेना के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री गुलाबराव पाटिल ने ठाकरे भाइयों की 'विजय रैली' पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर कोई पार्टी साथ आ रही है तो यह उनका निजी मामला है। इस पर कोई बयान देना उचित नहीं है।
गुलाबराव पाटिल ने रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ठाकरे भाइयों पर बात करने का कोई अर्थ नहीं है, हमें अपनी पार्टी के कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। महायुति के कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाना आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि सिंहासन ऊपर था और संजय राउत नीचे बैठे थे, उनके पास बातचीत के लिए ज्यादा कुछ नहीं था।
राज ठाकरे पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि वह किस तरह बोलते हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस पर अपनी राय व्यक्त की है। गुलाबराव पाटिल ने कहा कि हमें यह समझना चाहिए कि सामने वाले का एजेंडा क्या है? मराठी और सिर्फ मराठी। हम सब भी मराठी हैं।
उन्होंने कहा कि पहली से पांचवीं कक्षा तक 'हिंदी भाषा' को जबरदस्ती नहीं थोपा जाना चाहिए। मैंने भी पांचवीं कक्षा से हिंदी सीखी है, बस यही मुद्दा है। उनके हंगामे पर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है। हमें अपने विकास कार्यों को तेजी से पूरा करना चाहिए।
गुलाबराव पाटिल ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि गुंडागर्दी कौन नहीं करता? गुंडागर्दी तो हर कोई करता है, लेकिन ऐसा माहौल होना चाहिए, जहां गुंडागर्दी की जा सके।
उन्होंने कहा कि हमारे विधायक संजय गायकवाड़ ने बहुभाषा पर बयान दिया था, इसलिए उन्होंने यही मुद्दा उठाया है। इस पर प्रतिक्रिया देने का क्या अर्थ है? आखिरकार वे हमारे विधायक हैं?
उन्होंने कहा कि अब हम सुनने के आदी हो गए हैं। आप बोलते रहिए, हम सुनते रहेंगे।