क्या गुना में 'भावांतर योजना' से सोयाबीन पंजीयन कराकर किसानों को 5328 रुपए प्रति क्विंटल का लाभ मिल रहा है?

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क्या गुना में 'भावांतर योजना' से सोयाबीन पंजीयन कराकर किसानों को 5328 रुपए प्रति क्विंटल का लाभ मिल रहा है?

सारांश

गुना जिले में किसानों के लिए 'भावांतर योजना' का पंजीकरण आरंभ हो गया है। यह योजना 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक चलेगी और किसानों को 5328 रुपए प्रति क्विंटल का लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत, यदि फसल का मूल्य कम होता है तो सरकार अंतर की राशि सीधे किसानों के खाते में जमा करेगी।

Key Takeaways

  • भावांतर योजना से किसान 5328 रुपए प्रति क्विंटल का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
  • पंजीकरण 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक होगा।
  • फसल बेचने पर अंतर की राशि सीधे किसान के खाते में जमा होगी।
  • योजना का प्रचार मंडियों में किया जाएगा।
  • किसान विभिन्न माध्यमों से पंजीकरण करा सकते हैं।

गुना, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के गुना जिले में सोयाबीन उगाने वाले किसानों के लिए भावांतर योजना के अंतर्गत पंजीकरण 3 अक्टूबर से प्रारंभ हो चुके हैं, जो 17 अक्टूबर तक जारी रहेगा। 24 अक्टूबर से 15 जनवरी 2026 तक बेची गई सोयाबीन की फसल पर लाभ मिलेगा। समर्थन मूल्य 5328 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। यदि फसल इससे कम मूल्य पर बेची जाती है, तो सरकार बाजार मूल्य और समर्थन मूल्य के अंतर की राशि सीधे किसान के खाते में ट्रांसफर करेगी। किसानों ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में सरकार की प्रशंसा की।

सरकार द्वारा शुरू की गई योजना से किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का पूरा लाभ प्राप्त होगा। मंडियों में योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। होडिंग, पोस्टर लगाए जाएंगे और हर मंडी में हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे। किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाएगा, ताकि वे योजना का अधिकतम लाभ उठा सकें। पंजीकरण पैक्स, सीएससी या एमपी किसान ऐप के माध्यम से किया जा सकता है।

कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "योजना से किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिलेगा। गुना क्षेत्र में हमने इस योजना पर बैठकें और व्याख्यान आयोजित किए हैं, जिसमें व्यापारियों और किसान समूहों के साथ सत्र शामिल हैं। जिला प्रभारी मंत्री ने भी किसानों के साथ चर्चा की। इस योजना के तहत, जब कोई किसान मंडी में अपनी उपज बेचता है और यदि उसकी सोयाबीन की फसल का विक्रय मूल्य मॉडल रेट या एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) से कम है, तो एमएसपी और मॉडल रेट के बीच का अंतर सरकार द्वारा किसान के बैंक खाते में जमा किया जाएगा।"

कृषि विभाग के उप निदेशक संजीव शर्मा ने बताया, "सरकार की भावांतर भुगतान योजना 2025 किसानों को 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर के बीच एमपी किसान पोर्टल पर पंजीकरण कराने की अनुमति देती है। इस योजना से वे किसान लाभान्वित होंगे जो 24 अक्टूबर से 15 जनवरी के बीच अपनी सोयाबीन की फसल बेचेंगे।"

किसान मलखान बघेल ने कहा, "यह एक सकारात्मक निर्णय है। इससे किसानों को लाभ होगा। खेती की लागत बढ़ रही है, विशेषकर मजदूरी, और अब यह और बढ़ती जा रही है। यह वास्तव में एक बहुत अच्छी बात है। यह सोयाबीन के साथ-साथ सभी फसलों पर लागू होता है।"

किसान अभिषेक मीणा ने बताया, "भावांतर योजना सभी के लिए फायदेमंद है, खासकर किसानों के लिए। मैं इस योजना का समर्थन करता हूं, इसके स्पष्ट लाभ हैं। हालांकि, मैं कहना चाहता हूं कि यदि सोयाबीन 4000 रुपए प्रति क्विंटल बिकता है, तो किसानों को भावांतर भुगतान के तहत लगभग 350 रुपए

किसान बलराम ने बताया, "प्रधानमंत्री मोदी की सरकार उचित दाम देकर अच्छा काम कर रही है। बाजार में भाव अच्छे हैं। कीमतें बढ़ रही हैं और सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि किसानों को लाभ मिले।"

किसान जयपाल सिंह यादव ने कहा, "यह सही और सकारात्मक निर्णय है। इससे किसानों को लाभ होगा।"

अन्य किसान देवेंद्र अहिरवार और त्रिलोक रघुवंशी ने योजना की सराहना करते हुए कहा, "यह निश्चित रूप से फायदेमंद है।"

Point of View

NationPress
05/10/2025

Frequently Asked Questions

भावांतर योजना में पंजीकरण कब से कब तक है?
पंजीकरण 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक चलेगा।
किसान इस योजना का लाभ कैसे उठा सकते हैं?
किसान पैक्स, सीएससी या एमपी किसान ऐप के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं।
समर्थन मूल्य क्या है?
समर्थन मूल्य 5328 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
यदि मेरी फसल का मूल्य कम है तो क्या होगा?
अगर फसल का मूल्य कम होता है, तो सरकार अंतर की राशि सीधे किसान के खाते में जमा करेगी।
यह योजना कब से लागू होगी?
फसल बेचने पर लाभ 24 अक्टूबर से 15 जनवरी 2026 तक मिलेगी।