क्या गुरदासपुर बॉर्डर पर बीएसएफ और पंजाब पुलिस ने तस्करी को नाकाम किया?

सारांश
Key Takeaways
- बीएसएफ और पंजाब पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने तस्करी को नाकाम किया।
- बरामद हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय कीमत करोड़ों में है।
- गिरफ्तार तस्करों का पहले से नशा तस्करी में संलिप्तता का रिकॉर्ड है।
- सुरक्षा एजेंसियों के बीच तालमेल ने इस सफलता को संभव बनाया।
- तस्करों से पूछताछ के जरिए और खुलासे होने की संभावना है।
गुरदासपुर, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पंजाब पुलिस ने रविवार को एक सटीक और योजनाबद्ध कार्रवाई में अंतरराष्ट्रीय सीमा से होने वाली एक बड़ी हेरोइन तस्करी की कोशिश को नाकाम कर दिया। इस ऑपरेशन में चार नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया और उनके पास से लगभग 10 किलो हेरोइन बरामद की गई।
यह संयुक्त कार्रवाई गुरदासपुर जिले के गांव थेथरके में की गई। बीएसएफ और पंजाब पुलिस को विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि कुछ तस्कर सीमा की ओर नशे की बड़ी खेप लेकर आ रहे हैं। इसी सूचना के आधार पर सुबह-सुबह संयुक्त टीम ने कार्रवाई की, जिसमें चार तस्कर पकड़े गए।
तलाशी के दौरान तस्करों के पास से 5 पैकेट हेरोइन (कुल वजन लगभग 10 किलोग्राम), 3 मोबाइल फोन और 2 मोटरसाइकिलें बरामद की गई हैं। बरामद हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करोड़ों रुपए में आंकी गई है।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान गुरदासपुर जिले के गांव मानेपुर, बल्लगन और अमृतसर के पाखा तारा सिंह और पल्ला कॉलोनी के निवासियों के रूप में की गई है। इन चारों पर पहले भी नशा तस्करी से जुड़े मामलों में संलिप्तता के आरोप लगे हैं।
इस कार्रवाई को सीमा सुरक्षा बल और पंजाब पुलिस के बीच बेहतरीन तालमेल और रणनीति का परिणाम माना जा रहा है। दोनों एजेंसियों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में नशा तस्करों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए एक मजबूत योजना के तहत काम किया, जिसका परिणाम यह बड़ी सफलता रही।
बीएसएफ और पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस सफलता पर अपनी टीम को बधाई देते हुए कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा और युवाओं को नशे से बचाने के लिए हमारी लड़ाई निरंतर जारी रहेगी।
गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ की जा रही है और तस्करी से जुड़े बड़े नेटवर्क के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस पूछताछ के जरिए सीमा पार से चल रहे नशा तस्करी रैकेट के बारे में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।