क्या मेलबर्न में मनाया जाएगा गुरु दत्त के 100 साल का जश्न?

सारांश
Key Takeaways
- गुरु दत्त का 100वां जन्मदिन मेलबर्न में मनाया जाएगा।
- उनकी "प्यासा" और "कागज के फूल" की विशेष स्क्रीनिंग होगी।
- महोत्सव 14 अगस्त से 24 अगस्त तक चलेगा।
- गुरु दत्त को भारतीय सिनेमा का दिग्गज माना जाता है।
- उनकी फिल्में सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा हैं।
मुंबई, 9 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय सिनेमा के सबसे प्रभावशाली फिल्म निर्माताओं और अभिनेताओं में से एक, गुरु दत्त के 100 साल पूरे होने का उत्सव इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न 2025 में आयोजित किया जाएगा। इस मौके पर उनकी 1957 में आई फिल्म "प्यासा" और 1959 में रिलीज़ हुई "कागज के फूल" की विशेष स्क्रीनिंग कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी।
फिल्म 'प्यासा' में गुरु दत्त, माला सिन्हा, वहीदा रहमान, रहमान और जॉनी वॉकर मुख्य भूमिकाओं में हैं। इस ड्रामा का निर्देशन गुरु दत्त ने किया था। कहानी कलकत्ता पर आधारित है, जिसमें एक उर्दू कवि विजय की जीवन यात्रा को दर्शाया गया है, जिसे प्रकाशक उसकी रचनाओं को कम आंकते हैं और सामाजिक मुद्दों पर ध्यान देने के लिए उसकी आलोचना करते हैं।
कहानी में विजय की मुलाकात गुलाबो, एक सेक्स-वर्कर, और उसकी पूर्व प्रेमिका मीना से होती है। गुलाबो उसकी कविताओं को प्रकाशित कराने में मदद करती है, जिससे उसकी रचनाएं सफल होती हैं और उनके बीच एक प्रेम संबंध विकसित होता है।
गुरु दत्त की 1959 की रोमांटिक ड्रामा 'कागज के फूल' भारतीय सिनेमा में सिनेमास्कोप में बनी पहली फिल्म थी और यह उनके निर्देशन में बनी अंतिम फिल्म भी थी। इसे भारतीय सिनेमा में तकनीकी दृष्टि से एक क्रांति माना जाता है और यह कई फिल्म स्कूलों के पाठ्यक्रम का हिस्सा है। इसे अब तक की सबसे बेहतरीन आत्म-संदर्भित फिल्म माना जाता है।
निर्देशक मितु भौमिक लांगे ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा, "गुरु दत्त अपने समय से बहुत आगे थे, चाहे वह फिल्म निर्माण की तकनीक हो या उनकी कहानियों की भावनात्मक गहराई। उनकी फिल्में जैसे 'प्यासा' और 'कागज के फूल' केवल क्लासिक्स नहीं हैं, बल्कि भारतीय सिनेमा की आत्मा को छूने वाले सांस्कृतिक खजाने हैं। हमें गर्व है कि हम उनके योगदान का सम्मान कर रहे हैं।"
यह महोत्सव 14 अगस्त से शुरू होगा और 24 अगस्त को समाप्त होगा।