क्या हादी के भाई उमर ने यूनुस की अंतरिम सरकार पर हत्या का आरोप लगाया?
सारांश
Key Takeaways
- बांग्लादेश में राजनीतिक हिंसा में वृद्धि हो रही है।
- उसमान हादी की हत्या पर विवाद छिड़ गया है।
- इंकलाब मंच ने न्याय की मांग की है।
- सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
- चुनाव का माहौल प्रभावित हो सकता है।
ढाका, 24 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में वर्तमान स्थिति वैश्विक चिंता का कारण बन गई है। चुनावी कार्यक्रम की घोषणा के बाद से राजनीतिक हिंसा में तेजी आई है।
हाल ही में, ढाका-8 से निर्दलीय उम्मीदवार और इकबाल मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना में उनकी मृत्यु हो गई। हालांकि, अब तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस बीच, उस्मान हादी के भाई शरीफ उमर हादी ने मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। उमर का कहना है कि यूनुस की सरकार ने आगामी चुनावों को टालने के लिए उनके भाई की हत्या कराई।
मंगलवार को ढाका में नेशनल म्यूजियम के बाहर इंकलाब मंच ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में उमर ने कहा, "आपने ही उस्मान हादी को मरवाया, और अब आप इसे मुद्दा बनाकर चुनाव को विफल करने की कोशिश कर रहे हैं।"
द डेली स्टार के अनुसार, उमर ने कहा कि उनके भाई ने फरवरी तक नेशनल चुनाव कराने के लिए समर्थन दिया और बांग्लादेशी अधिकारियों से चुनाव की प्रक्रिया में रुकावट न डालने की अपील की।
उमर ने कहा, "हत्यारों का शीघ्र न्याय सुनिश्चित करें ताकि चुनाव का माहौल प्रभावित न हो। सरकार हमें कोई स्पष्ट प्रगति नहीं दिखा सकी है। यदि उस्मान हादी को न्याय नहीं मिला, तो एक दिन आपको भी बांग्लादेश छोड़ना पड़ सकता है।"
इकबाल मंच के सदस्य सचिव अब्दुल्ला अल जाबेर ने हत्या में शामिल लोगों की पहचान और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए अंतरिम सरकार को दिए गए 30 कार्यदिवसीय अल्टीमेटम को फिर से दोहराया।
बीते सोमवार को इंकलाब मंच ने चेतावनी दी कि यदि हादी की हत्या में न्याय नहीं मिला, तो वे यूनुस की अंतरिम सरकार को गिराने के लिए आंदोलन शुरू करेंगे।
ढाका में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, अब्दुल्ला अल जाबेर ने कहा कि 20 दिसंबर को हादी के अंतिम संस्कार के दौरान 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया था, लेकिन यह बिना किसी कार्रवाई के समाप्त हो गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि गृह सलाहकार और उनके विशेष सहायक मंत्रालय की ब्रीफिंग में शामिल नहीं हुए, जो इस घटना को कम महत्वपूर्ण दिखाने की कोशिश है। इकबाल मंच ने गृह सलाहकार और उनके सहायक से तत्काल इस्तीफे की मांग की है। इकबाल मंच ने हादी की हत्या के लिए इन्हें जिम्मेदार ठहराया और न्यायिक कार्रवाई की मांग की। बता दें, हादी को 12 दिसंबर के आसपास गोली लगी थी और इलाज के दौरान 18 दिसंबर को सिंगापुर में उनकी मृत्यु हो गई।