क्या 'चरण सुहावा' गुरु चरण यात्रा पटना साहिब ले जाने की तैयारी है?: हरदीप सिंह पुरी

सारांश
Key Takeaways
- यह यात्रा धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखती है।
- जोड़ा साहिब के दर्शन संगत के लिए उपलब्ध होंगे।
- यात्रा में गुरु ग्रंथ साहिब और पांच प्यारे साहिब शामिल रहेंगे।
- महत्वपूर्ण शख्सियतों की उपस्थिति इस यात्रा को खास बनाएगी।
- यात्रा का समापन तख्त पटना साहिब पर होगा।
नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के परिवार के पास गुरु गोबिंद सिंह जी एवं माता साहिब कौर जी का जोड़ा साहिब है, जिसकी सेवा उनका परिवार पिछले तीन सौ साल से कर रहा है। अब परिवार ने उन्हें गुरु साहिब के जन्म स्थान तख्त श्री पटना साहिब में संगत के दर्शन हेतु अर्पित करने का निर्णय लिया।
हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार को इसकी औपचारिक घोषणा करते हुए बताया कि दिल्ली से पटना साहिब जोड़ा साहिब को चरण सुहावा, गुरु चरण यात्रा के रूप में ले जाया जाएगा, ताकि रास्ते में संगत गुरु साहिब के जोड़ा साहिब के दर्शन कर सके।
उन्होंने बताया कि यात्रा में गुरु ग्रंथ साहिब का पावन स्वरूप और पांच प्यारे साहिब भी शामिल रहेंगे।
22 अक्टूबर रात को गुरुद्वारा मोती बाग साहिब में विशेष कीर्तन समागम होगा, जिसमें संगत के दर्शन हेतु जोड़ा साहिब रखे जाएंगे। अगले दिन चरण सुहावा यात्रा गुरुद्वारा मोती बाग से शुरू होकर रात को फरीदाबाद पहुंचेगी। 24 तारीख को फरीदाबाद से चलकर आगरा, 25 को आगरा से बरेली, 26 को बरेली से महंगापुर, 27 को महंगापुर से लखनऊ, 28 को लखनऊ से कानपुर, 29 को कानपुर से प्रयागराज, 30 को प्रयागराज से बनारस होते हुए सासाराम, 31 को सासाराम से गुरुद्वारा गुरु का बाग पटना साहिब पहुंचेगी और 1 नवंबर को सुबह गुरु का बाग से चलकर तख्त पटना साहिब पहुंचकर समाप्त होगी।
इस अवसर पर दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान हरमीत सिंह कालका, महासचिव जगदीप सिंह काहलो, तख्त पटना साहिब कमेटी के प्रधान जगजोत सिंह सोही, महासचिव इंद्रजीत सिंह, हरपाल सिंह जोहल, इंप्रीत सिंह बक्शी, यात्रा के कॉर्डिनेटर जसबीर सिंह धाम, आगरा से कंवलदीप सिंह, बरेली से मलक सिंह कालरा, कानपुर से हरजीत सिंह कालरा, प्रयागराज से हरजिंदर सिंह, उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी के पूर्व वाइस चेयरमैन गुरविंदर सिंह विक्की छाबड़ा, दिल्ली कमेटी सदस्य गुरप्रीत सिंह जस्सा, गुरप्रीत सिंह खन्ना, पूर्व सदस्य ओंकार सिंह राज सहित अनेक गणमान्य शख्सियतें मौजूद थीं।